छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
एडिलेड 03 दिसंबर 2024। भारतीय क्रिकेट के दिग्गज सुनील गावस्कर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट में टीम के प्रदर्शन से काफी प्रभावित हैं। नियमित कप्तान रोहित शर्मा के बिना खेलते हुए टीम इंडिया ने पर्थ में ऑस्ट्रेलिया पर 295 रन की यादगार जीत दर्ज की। इस जीत के हीरो जसप्रीत बुमराह, यशस्वी जायसवाल और विराट कोहली रहे। हालांकि, गावसकर के मुताबिक, सबसे प्रभावशाली प्रदर्शन डेब्यू करने वाले ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी का रहा। रेड्डी ने पर्थ टेस्ट में 41 और 38* रन की पारी खेली, जबकि एक विकेट भी लिया। गावस्कर ने स्पोर्टस्टार के लिए अपने कॉलम में लिखा, ‘सबसे प्रभावशाली पारी नीतीश रेड्डी की रही। उन्होंने मैच अवेयरनेस दिखाई और अपने प्रदर्शन से बताया कि उस समय में उस मौके पर क्या जरूरी था। उन्हें देखकर लगा ही नहीं कि वह डेब्यू कर रहे हैं। पहली पारी में भी उन्होंने मुश्किल परिस्थितियों में शानदार प्रदर्शन किया और जहां रन बनाने की जरूरत थी, वहां रन बनाए और वह पहली पारी में टीम इंडिया के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे। उनकी गेंदबाजी भी काम आई और उनकी फील्डिंग भी शानदार थी। वह भविष्य के स्टार में से एक हैं।
गावस्कर ने पहले की थी नीतीश की आलोचना
हालांकि, गावस्कर का बयान उनके उस बयान के बाद आया है, जब उन्होंने पहले टेस्ट के पहले दिन नीतीश को शामिल करने के फैसले की आलोचना की थी। गावस्कर ने कहा था कि क्या रेड्डी टेस्ट क्रिकेट के लिए तैयार हैं? उन्होंने कहा था, ‘मुझे लगता था कि ऑस्ट्रेलिया की इन विकेटों पर बाउंड्री काफी ज्यादा बड़ी होती है इसलिए मुझे लगता है कि टीम मैनेजमेंट को अश्विन और रवींद्र जडेजा दोनों को मौका देना चाहिए था। लेकिन यह एक नया प्रबंधन है, नई सोच है। वे नीतीश कुमार रेड्डी के साथ गए हैं, जो एक होनहार क्रिकेटर हैं, इसके बारे में कोई शक नहीं, लेकिन क्या वह टेस्ट क्रिकेट के लिए तैयार है?
गावस्कर ने बुमराह की जमकर तारीफ की
गावस्कर ने जसप्रीत बुमराह, विराट कोहली, केएल राहुल की भी तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘भारत ने एकबार फिर सभी विशेषज्ञों को गलत साबित किया और पर्थ में बड़ी जीत हासिल की। इस जीत को टीम की शीर्ष-10 जीत में शामिल किया जा सकता है। कप्तान जसप्रीत बुमराह ने फ्रंट से लीड किया और अच्छे-अच्छे बल्लेबाजों की परीक्षा ली। उनकी शायद ही ऐसी कोई गेंद रही होगी, जिसपर बल्लेबाज आराम से खेल सके होंगे। बुमराह को निश्चित रूप से पिच से मदद मिली, लेकिन इसके बाद जिस तरह से हमारे बल्लेबाजों ने एक अनजान सतह पर बल्लेबाजी की, वह सबसे अधिक उत्साहजनक था।’
यशस्वी, राहुल और कोहली को लेकर गावस्कर का बयान
उन्होंने कहा, ‘युवा यशस्वी जायसवाल ने दिखाया कि वह तेजी से सीखने वाले गेंदबाज हैं और दूसरी पारी की शुरुआत में उनके बल्ले का सीधा होना स्पष्ट था। दूसरे छोर से उन्हें केएल राहुल का अच्छा मार्गदर्शन मिला। ओपनिंग में जो मजबूती इन दोनों ने दी, बाद में विराट कोहली ने उसका शानदार फायदा उठाया और बेहतरीन शतक जड़ा। ऑस्ट्रेलिया में उनका एक और शतक रहा।
गावस्कर ने सुंदर की आलोचना कर यू-टर्न लिया था
इससे पहले गावस्कर ने भारत और न्यूजीलैंड के बीच दूसरे टेस्ट मैच के लिए कुलदीप यादव की जगह वॉशिंगटन सुंदर को शामिल करने के फैसले की शुरुआत में आलोचना की थी। हालांकि, उस टेस्ट में सुंदर के सात विकेट लेने के बाद उन्होंने अपने बयान से यू-टर्न लिया था। बंगलूरू में न्यूजीलैंड से पहले टेस्ट में हार के बाद वॉशिंगटन को भारतीय टीम में शामिल किया गया था और उन्हें प्लेइंग-11 में शामिल किए जाने के बाद गावस्कर ने कहा था कि यह घबराहट में लिया गया फैसला था। हालांकि, इस युवा ऑलराउंडर ने शानदार प्रदर्शन किया और पारी मं सात विकेट लेकर तहलचा मचाया। गावस्कर उनके प्रदर्शन से प्रभावित दिखे और कमेंट्री करते हुए कहा – क्या प्रेरित करने वाला चयन है। उन्हें प्लेइंग-11 में इसलिए चुना गया है क्योंकि वह थोड़ी बल्लेबाजी कर सकते हैं और थोड़ी गेंदबाजी कर सकते हैं।