छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
रायपुर 26 नवंबर 2020। संयुक्त ट्रेड यूनियन के तत्वाधान में आज केंद्र के चार काले कानूनों के खिलाफ एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया गया। ज्ञातव्य है कि केंद्र की मोदी सरकार ने मज़दूरों के अधिकारों के खिलाफ जो प्रस्ताव पारित किया है उसका देश भर में सभी ट्रेड यूनियन पुरजोर विरोध कर रहे हैं। सरकार देश के मज़दूरों को अपने काले कानून के तहत अपने अमीर मित्रों का बंधुआ मजदूर बनाना चाहती है। इस काले कानून को लागू कर मोदी सरकार का मजदूर विरोधी काला चेहरा पूरे देश ने देख लिया। हम मजदूर निर्माण करना जानते हैं तो तानाशाही को विध्वंस करना भी अच्छे से जानते हैं। केंद्र के इस काले कानून के विरोध को कांग्रेस पार्टी ने न केवल प्रदेशव्यापी बल्कि पूरे देश में भी अपना समर्थन दिया है।
यूनियन के संरक्षक सुशील सन्नी अग्रवाल ने मोदी सरकार के अड़ियल रवैय्ये पर प्रहार करते हुए कहा कि मोदी सरकार अपने तानाशाही रवैय्ये से बाज़ आए और मज़दूरों को उनके पूरे अधिकार का स्वामी बनाए जिसे वो अपने काले कानून से लूटना चाहती है। प्रदेश का एक-एक मजदूर इस काले कानून का विरोध तब तक करेगा जब तक इसे वापस नहीं लिया जाएगा।
इस अवसर पर संरक्षक सुशील सन्नी अग्रवाल समेत सभी ट्रेड यूनियन के अध्यक्ष व बड़ी संख्या में सदस्य उपस्थित रहे।