छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
लखनऊ 10 नवंबर 2024। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री इन दिनों चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं। यूपी की 9 सीटों पर होने वाले चुनाव प्रचार के लिए योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट पर एक रैली को संबोधित करते हुए विपक्ष पर जमकर निशाना साधा है। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) केंद्र के पैसे से चलती है। लेकिन वंचितों और पिछड़ों को आरक्षण नहीं दे रहे हैं। सीएम ने कहा कि अलीगढ़ कैसा होना चाहिए, उसमें खैर की क्या भूमिका होनी चाहिए? इसके बारे में चर्चा करने आपके बीच में आया हूं। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि केंद्र सरकार के पैसे से चलने वाला केंद्रीय संस्थान (AMU) 50 फीसदी मुसलमान को आरक्षण देता है, लेकिन एससी-एसटी, ओबीसी अन्य जातियों को वहां आरक्षण नहीं मिलता है। मंडल कमीशन की रिपोर्ट के आधार पर आरक्षण की सुविधा एससी-एसटी समुदाय को मिलती है, लेकिन एएमयू में ऐसा नहीं किया जाता है। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में आरक्षण नहीं दिया जाता है। जब भारत सरकार का पैसा यूनिवर्सिटी में लगा है, तो नौकरी से लेकर शिक्षा के क्षेत्र में भी एससी-एसटी, पिछड़ी जातियों के बच्चों को आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बसपा अपने वोट बैंक को बचाने के लिए आपकी भावना के साथ, राष्ट्रीय एकता और अखंडता के साथ समझौता कर रहे हैं।
बंटेंगे तो कटेंगे, एक रहेंगे तो नेक रहेंगे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रैली के दौरान कहा कि अयोध्या में रामजी का वनवास हमने देखा, मथुरा का मामला हमारे सामने है। हमारी मां-बहनों के साथ क्या कुछ नहीं हुआ था, अगर इन सबके बावजूद भी हम आंखों पर पट्टी बांधकर जाति में बंटे हुए हैं, तो कटने के सिवाय कोई दूसरी नीति नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि मैं आपसे कहने आया हूं कि बंटो मत, ये बांटने वाले आपके दुश्मन हैं, आपके चेहरे पर मीठी-मीठी बातें बोलेंगे, इनके बहकावे में मत आओ। उन्होंने कहा कि ‘बंटेंगे तो कटेंगे, एक रहेंगे तो नेक रहेंगे, एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे।