
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
बिलासपुर/ अम्बिकापुर 15 अक्टूबर 2022। हसदेव अरण्य को बचाने के लिए चल रहे आंदोलन का समर्थन करने 11 साल की अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण संरक्षण कार्यकर्ता लिसिप्रिया कंगुजम शनिवार को बिलासपुर में आयोजित रैली में शामिल होंगी। इससे पहले शुक्रवार को वे अंबिकापुर के हरिपुर में आयोजित सम्मेलन में भी शामिल हुईं। यहां उन्होंने आदिवासी बच्चों से मुलाकात कर उनसे बातचीत भी की। उन्होंने कहा कि जंगलों को काट कर पूरी धरती को खत्म किया जा रहा है। हसदेव अरण्य को बचाने की यह लड़ाई किसी एक के लिए नहीं, बल्कि, पूरे प्रदेश, देश और दुनिया के लिए है। हसदेव के जंगल को बचाने के लिए उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मंच पर बात रखने की बात कही है। हसदेव की वन संपदा को बचाने और आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करने का वादा याद दिलाते हुए ग्राम हरिहरपुर में सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में पर्यावरण प्रेमियों ने कहा कि हसदेव अरण्य के कोल ब्लॉक को निरस्त करने विधानसभा के सर्व सम्मति से हुए प्रस्ताव को छत्तीसगढ़ सरकार ने भेजा था, लेकिन केंद्रीय कोयला मंत्री ने कोल ब्लॉक निरस्त करने से मना कर दिया।
14 अक्टूबर को पदयात्रा निकालकर रायपुर पहुंचे थे सैकड़ों आदिवासी
हसदेव अरण्य क्षेत्र को बचाने के लिए पिछले साल 2 अक्टूबर को सैकड़ों आदिवासियों ने पदयात्रा शुरू की थी और 14 अक्टूबर को रायपुर पहुंचे थे। इस दौरान राज्यपाल और मुख्यमंत्री से मिलकर हसदेव के जंगलों को बचाने की मांग की थी। लेकिन, अब तक इस ओर ध्यान नहीं दिया गया।
हसदेव की वन संपदा को बचाने और आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करने का वादा याद दिलाते हुए ग्राम हरिहरपुर में विशाल सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें हसदेव अरण्य बचाओ संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि राज्यपाल ने पांचवी अनुसूचित क्षेत्र की प्रशासक होने के दायित्व को निभाते हुए कहा था कि हसदेव के आदिवासियों के साथ अन्याय होने नहीं दिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने भी फर्जी ग्रामसभा प्रस्ताव की निष्पक्ष जांच का वादा किया था। इसके बावजूद ध्यान नहीं दिया गया।
अब प्रदेश के हर विधानसभा में जाएंगे पदाधिकारी और कार्यकर्ता
सम्मेलन में कहा गया कि हसदेव को बचाने की लड़ाई को लगातार कुचलने की कोशिश की जा रही है। आंदोलन का नेतृत्व करने वाले लोगों पर फर्जी केस दर्ज किए जा रहे हैं।इससे आंदोलनकारी डरने वाले नहीं है। बल्कि, आंदोलन को अब और विस्तारित किया जाएगा। पदाधिकारी और कार्यकर्ता प्रदेश के हर विधानसभा में जाकर आंदोलन करेंगे और प्रदेश की जनता से समर्थन मागेंगे।

बिलासपुर में रैली आज, लिसीप्रिया होंगी शामिल
हसदेव अरण्य को बचाने के लिए बिलासपुर में भी पर्यावरण प्रेमी लंबे समय से आंदोलनरत हैं। पिछले सप्ताह आंदोलनकारियों पर केस दर्ज करने और पेड़ों की कटाई के विरोध में पदाधिकारियों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया था, जिसे स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के आश्वासन पर खत्म किया गया। मगर पर्यावरण प्रेमियों का धरना जारी है। शनिवार को हसदेव को बचाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण संरक्षण कार्यकर्ता लिसिप्रिया कंगुजम शामिल होंगी। रैली शाम चार बजे तिलक नगर स्थित कोन्हेर गार्डन से शुरू होकर शहर के प्रमुख मार्गों से होकर गुजरेगी और वापस कोन्हेर गार्डन में समाप्त होगी।