छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
इंफाल 08 सितंबर 2024। मणिपुर में रॉकेट हमलों के बाद रविवार को सुरक्षा बढ़ा दी गई। इंफाल घाटी की निगरानी के लिए ड्रोन तैनात किए गए हैं। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है। रविवार को अब तक हिंसा का कोई मामला सामने आया है। जबकि सुरक्षा बल लगातार इंफाल घाटी में नजर रख रहे हैं। वहीं असम राइफल्स ने सीमांत क्षेत्रों की निगरानी के लिए ड्रोन तैनात किए हैं। वहीं सीआरपीएफ ने राज्य पुलिस को ड्रोन सौंपा है। बीते रविवार को इंफाल पश्चिम जिले के कतुक गांव में ड्रोन से हमले किए गए थे। इसमें दो लोगों की मौत हो गई। जबकि नौ लोग घायल हो गए। इसके अगले दिन सेनजाम चिरांग में ड्रोन से हमला किया गया। इसमें तीन लोग घायल हो गए। इसके बाद शनिवार को जिरिबाम जिले में पांच लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि एक व्यक्ति को सोते हुए गोली मारी गई। वहीं चार अन्य लोग आपसी गोलीबारी में मारे गए।
पुलिस के अनुसार, उग्रवादी एक व्यक्ति के घर में घुसे और सोते हुए उसे गोली मार दी। इस घटना के बाद कुछ दूर ही हथियारबंद लोगों से उग्रवादियों का सामना हो गया और इस गोलीबारी में चार लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में तीन लोग पहाड़ी इलाकों के निवासी थे। जनजातीय निकास इंडीजेनस ट्राइब्स एडवोकेसी कमेटी ने घटना में संलिप्तता से इनकार किया है। हालांकि जिरिबाम जिले में शनिवार रात निषेधाज्ञा लागू कर दी गई। इसके मुताबिक पांच या अधिक व्यक्तियों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी गई है।
मणिपुर में पिछले साल मई से जारी हिंसा में अब तक 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग बेघर हुए हैं। शुक्रवार रात को बिष्णुपुर और इंफाल पूर्वी जिलों में रात के समय ड्रोन्स देखे जाने के बाद लोग दहशत में आ गए। इसके बाद लोगों ने अपने-अपने घरों की लाइटें बंद कर दीं। पुलिस ने बताया कि बिष्णुपुर जिले के नारायणसेना, नाम्बोल कामोंग और इंफाल पूर्व के पुखाओ, दोलाईथाबी, शांतिपुर इलाकों में ड्रोन्स उड़ते देखे गए।