छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 07 मार्च 2024। भारतीय जनता पार्टी मुख्यालय में बुधवार को बिहार एवं उत्तर प्रदेश के टिकट दावेदारों की सर्वाधिक चहलकदमी रही। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अलग-अलग कई बैठकों में दावेदारों के साथ चुनावी मंथन किया। बैठकों का सिलसिला देर रात तक जारी रहा। सर्वाधिक चर्चा बिहार, उत्तर प्रदेश की शेष 29 सीटों को लेकर हुई। बिहार में सीटों के बंटवारे को लेकर बीजेपी नेताओं के साथ जनता दल यूनाइटेड, लोक जनशक्ति, राष्ट्रीय लोक मोर्चा एवं हिंदुस्तानी आवामी मोर्चा के नेताओं में गतिरोध जारी है। बुधवार को भाजपा मुख्यालय में बिहार के टिकट दावेदारों का जमावड़ा लगा रहा। बीजेपी ने अपने न कोटे की 17 सीटों के नाम लगभग तय कर दिए हैं। सूत्रों के मुताबिक बिहार से लौटने के बाद देर रात तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन नाम का अवलोकन करेंगे और गुरुवार को बिहार से भाजपा उम्मीदवारों की सूची जारी हो सकती है।
बिहार की सभी पार्टियों के सीट को लेकर हुआ मंथन
लोक जनशक्ति पार्टी को लेकर बीजेपी में चर्चा हुई है जिसमें चिराग पासवान और उनके चाचा के बीच तनाव की बात सामने आई है। बीजेपी ने दोनों गुटों को 6 सीटें देना तय किया है। केंद्रीय मंत्री पशुपतिनाथ एवं चिराग पासवान के बीच 6 सीटों में बंटवारा होना है। जनता दल यूनाइटेड ने 17 सीटों पर दावा किया है। राष्ट्रीय लोक मोर्चा के उपेंद्र कुशवाहा एवं हिंदुस्तानी आवामी मोर्चा के जीतन राम मांझी ने भी एक-एक सीट पर दावा किया है। बिहार में इस समय बीजेपी के 17, जनता दल यूनाइटेड के 16 एवं लोक जनशक्ति पार्टी के 6 सांसद हैं।
यूपी की बाकी सीटों पर उम्मीदवारों का हो रहा चयन
उत्तर प्रदेश की भी कुछ सीटों के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा से कई नेताओं की मुलाकात हुई है। अभी तक मेरठ, बरेली, पीलीभीत, कानपुर, सुल्तानपुर व गोंडा आदि की सीटों पर फैसला नहीं हुआ है। वहीं अकबरपुर संसदीय क्षेत्र से वर्तमान सांसद देवेंद्र सिंह भोले का टिकट फाइनल होने के बाद कानपुर संसदीय क्षेत्र से उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना की दावेदारी कमजोर हो गई है। भाजपा हाई कमान कानपुर से किसी ब्राह्मण उम्मीदवार की खोज में है। कानपुर के सांसद सत्यदेव पचौरी अपनी बेटी के लिए टिकट मांग रहे हैं। गोंडा से सांसद बृजभूषण शरण सिंह का भी टिकट विवादों में है। सुल्तानपुर से मेनका गांधी की जगह किसी नए चेहरे पर विचार किया जा रहा है जिसमें प्रवर्तन निदेशालय के पूर्व संयुक्त निदेशक एवं लखनऊ के विधायक राजेश्वर सिंह के नाम पर भी चर्चा हुई है। उत्तर प्रदेश में 29 उम्मीदवारों की सूची जारी होना है।