छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
रांची 29 अक्टूबर 2024। झारखंड में 81 विधानसभा सीटों पर होने वाले विधानसभा चुनाव के चलते राज्यभर की राजनीति में गर्माहट है। इसी बीच झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने सोमवार को कहा कि आदिवासियों को बांग्लादेशी घुसपैठियों की साजिश से बचाना जरूरी हो गया है। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा सत्ता में आती है तो आदिवासियों की कथित तौर पर हड़पी गई जमीन उनको वापस लौटा दी जाएगी। बता दें कि अगस्त में झामुमो छोड़कर भाजपा में शामिल हुए सोरेन सरायकेला विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे।
जनसभा में सोरेन ने किया वादा
चुनाव से पहले जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्व सीएम चंपई सोरेन ने कहा कि सिदो-कान्हो, चांद-वैराभ, फूलो-झानो और बाबा तिलका मांझी जैसे महापुरुषों ने हमारी जमीन की रक्षा के लिए अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी और शहीद हो गए। अब घुसपैठिए उस जमीन को हड़प रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अगर भाजपा चुनाव में सत्ता में आती है तो पारंपरिक सामुदायिक संगठनों के प्रमुखों की बैठक बुलाई जाएगी और अवैध रूप से हड़पी गई आदिवासी जमीनों को असली मालिकों को लौटाया जाएगा। बता दें कि झारखंड चुनाव में भाजपा के प्रमुख मुद्दे बांग्लादेशियों की कथित घुसपैठ, स्थानीय आदिवासी महिलाओं से उनकी शादी और आदिवासियों की जमीन हड़पना हैं।
सोरेन का आरोप
सोरेन ने दावा किया कि बांग्लादेशियों की घुसपैठ के कारण कई गांवों में आदिवासियों का अस्तित्व मिट चुका है और आदिवासी महिलाओं की गरिमा खतरे में है। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि घुसपैठियों ने आदिवासियों के धार्मिक स्थलों पर भी कब्जा कर लिया है।
झारखंड में संथाल परगना काश्तकारी अधिनियम के अनुसार, गैर-आदिवासी लोग आदिवासियों से जमीन नहीं खरीद सकते। इसी बात का हवाला देते हुए चंपई सोरेन ने राज्य सरकार से पूछा कि ये कथित घुसपैठिए जो मुख्य रूप से संथाल परगना क्षेत्र में बसे है आदिवासियों की जमीन कैसे हड़प रहे हैं? बता दें कि राज्य में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में होंगे और 23 नवंबर को वोटों की गिनती होगी।