छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
मुंबई 20 अक्टूबर 2024। महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए 20 नवंबर को मतदान होगा। ऐसे में यहां के राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है। इस बीच, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के सांसद संजय राउत ने भाजपा और चुनाव आयोग को लेकर बड़ी बात कह दी। उन्होंने भाजपा पर चुनाव आयोग की मिली भगत से राज्य में मतदाता सूची से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है। साथ ही कहा कि विपक्ष इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाएगा।
भाजपा फर्जी वोट बांट रही: राउत
संजय राउत ने कहा, ‘वे (भाजपा) चुनाव आयोग की मदद से मतदाता सूची में गड़बड़ी करने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा करीब 150 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है और वह उन लोगों को ढूंढ रही है, जिन्होंने महा विकास आघाड़ी को वोट दिया है और उनके स्थान पर फर्जी मतदाताओं को वोट दे रहे हैं।’
आज होगी बैठक
उन्होंने कहा कि हम इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाएंगे और लोगों को बताएंगे कि देश में क्या हो रहा है। साथ ही आरोप लगाया, ‘केंद्रीय मंत्री अमित शाह चुनाव के बाद भी महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। मगर हम ऐसा नहीं होने देंगे। उद्धव ठाकरे ने आज एक विशेष बैठक बुलाई है और हम एक महत्वपूर्ण फैसला लेंगे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि महाराष्ट्र और झारखंड में मतदाता सूचियों में विसंगतियां हैं। उन्होंने कहा, ‘महाराष्ट्र और झारखंड की मतदाता सूची में गड़बड़ियां हैं। उन्होंने हरियाणा में भी कोशिश की। हमने उन्हें लोकसभा में हराया और वे विधानसभा चुनाव में भी हार रहे हैं।’
23 होगा पार्टियों का फैसला
इस बीच, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सिर्फ एक महीने के साथ, सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन और विपक्षी महा विकास अघाड़ी दोनों ने अपनी चुनावी तैयारी तेज कर दी है, जो अपने घटकों के बीच सीट बंटवारे की घोषणा करने की दिशा में काम कर रहे हैं।राज्य में 20 नवंबर को मतदान होगा और नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
क्या बोले महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम?
भाजपा नेता और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को कहा कि सीट बंटवारे को लेकर चर्चा अंतिम चरण में है।उन्होंने कहा, ‘कल हमने चर्चा के जरिये जिन सीटों पर परेशानी बनी हुई थी, उन्हें दूर किया। हम अगले दो दिनों में शेष बची सीटों को मंजूरी दे देंगे, हमने तय किया है कि जिन सीटों को मंजूरी मिली है, उनकी घोषणा उस पार्टी को अपनी सुविधानुसार करनी चाहिए। भारतीय जनता पार्टी की व्यवस्था में चुनाव समिति और संसदीय बोर्ड जैसी प्रक्रियाएं लगभग समाप्त हो चुकी हैं। हमारी पहली सूची कभी भी आ सकती है।’