छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 12 सितम्बर 2021। दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड में से एक भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के इस साल होने वाले डोमेस्टिक सीजन के लिए मैच फीस बढ़ाने का अनुरोध करने वाले प्रस्तावों को स्वीकार करने की संभावना है। अगर ऐसा होता है तो रणजी ट्रॉफी, विजय हजारे ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के 2021-2022 सीजन में शामिल होने वाले खिलाड़ियों को मौजूदा वेतन से अधिक वेतन मिल सकता है। इसके अलावा कोरोना महामारी के कारण पिछले सीजन में रणजी ट्रॉफी रद्द होने के कारण घरेलू क्रिकेटरों को उनकी मैच फीस का कम से कम 50 प्रतिशत मुआवजा मिलने की उम्मीद है।
इस पर आखिरी फैसला हालांकि बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह लेंगे, जो 20 सितंबर को शीर्ष परिषद के साथ इस मसले पर चर्चा करेंगे। माना जा रहा है कि समिति ने कई प्रस्तावों पर बात की है। समिति में भारत के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन, युधवीर सिंह, संतोष मेनेन, जयदेव शाह, अविषेक डालमिया, रोहन जेटली और देवजीत सैकिया शामिल हैं।
बोर्ड ने कहा है कि, ‘आखिरी फैसला जय शाह को लेना है, लेकिन अधिकांश सदस्यों का मानना है कि कुल मैच फीस का कम से कम 50 फीसदी मुआवजा मिलना चाहिए।’ बता दें कि इस समय रणजी मैच में प्लेइंग इलेवन में रहने वाले खिलाड़ी को 35000 रुपये प्रतिदिन और हर मैच का एक लाख 40 हजार रुपये फीस मिलती है। इसके मायने हैं कि कम से कम 70000 रुपये मुआवजे के तौर पर मिलेंगे। इसके अलावा बीसीसीआई को स्कोरर, अंपायर और अन्य हितधारकों का भी ध्यान रखना होगा।