बेंगलुरु के विक्रम अस्पताल में चल रहा था इलाज
पूजा भट्ट ने सोशल मीडिया पर ये खबर शेयर की फराज के जाने पर दुख जाहिर किया
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
एक्टर फराज खान का 46 साल की उम्र में निधन हो गया है। वह पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे। उनके ब्रेन में इंफेक्शन हो गया था। बेंगलुरु के विक्रम अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। पिछले काफी समय से उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी और वो आईसीयू वार्ड में भर्ती थे। बुधवार को फराज जिंदगी की जंग हार गए और उनकी मौत हो गई। पूजा भट्ट ने सोशल मीडिया पर ये खबर शेयर की है। उन्होंने ट्वीट कर फराज के जाने पर दुख जाहिर किया है।
पूजा भट्ट ने दी जानकारी
एक्ट्रेस पूजा भट्ट ने इस बात की जानकारी देते हुए ट्विटर पर लिखा, ‘भारी मन में मुझे यह बात बतानी पड़ रही है कि फराज खान अब हमेशा के लिए छोड़कर एक बेहतर जगह पर चले गए हैं। मैं उन सबका आभार जताना चाहती हूं जिन्होंने उस मुश्किल वक्त में उनकी मदद की और प्रार्थनाएं कीं जब उन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। फराज के निधन से आए खालीपन को कभी कोई नहीं भर पाएगा।’
इलाज के जुटाए गए थे पैसे
पैसों की तंगी के चलते फराज के इलाज में परेशानी आ रही थी जिसके बाद उनके परिवार के सदस्यों ने एक फंडरेजिंग वेबसाइट पर मदद की गुहार लगाई थी। परिवार को फराज के इलाज के लिए 25 लाख रुपए की जरूरत थी। जिसके बाद सुपरस्टार सलमान खान भी आगे आए थे। उन्होंने फराज के मेडिकल बिल्स चुकाने के लिए परिवार को आर्थिक मदद दी थी।
मुंबई मिरर से बातचीत में फराज के छोटे भाई फहमान ने कहा था, ‘हम ताउम्र सलमान खान के आभारी रहेंगे। भगवान उन्हें खुश रखे और उन्हें लंबी उम्र दें।’ फराज के इलाज के लिए आलिया भट्ट की मां सोनी राजदान ने भी पैसे दिए थे।
एक साल से फराज की तबियत खराब
फंडरेजिंग वेबसाइट पर फराज की बीमारी को लेकर जानकारी दी गई थी जिसमें बताया गया था कि फराज की तबीयत पिछले एक साल से खराब चल रही थी। फराज को कफ की शिकायत थी जिसके बाद उन्हें सीने में इंफेक्शन हो गया। डॉक्टर ने उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी लेकिन तब तक इंफेक्शन बहुत ज्यादा बढ़ गया था। सीने से होता हुआ हर्पीस इंफेक्शन फराज के ब्रेन तक पहुंच गया।
कैरेक्टर आर्टिस्ट युसूफ खान के बेटे हैं फराज
फराज खान गुजरे जमाने के कैरेक्टर आर्टिस्ट यूसुफ खान (‘अमर अकबर एंथोनी’ फेम जेबिसको) के बेटे हैं। उन्होंने रानी मुखर्जी स्टारर ‘मेहंदी’ (1998) में लीड रोल किया था। इसके अलावा, उन्होंने ‘फरेब’ (1996), ‘पृथ्वी’ (1997) और ‘दिल ने फिर याद किया’ (2001) जैसी फिल्मों में काम किया है।