छत्तीसगढ़ विधानसभा ने स्थापित की अनेक गौरवशाली परम्पराएं: मुख्यमंत्री

रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के समापन पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि सत्र के दौरान विभिन्न विषयों पर विस्तृत और परिणाममूलक चर्चा हुई। उन्होंने सत्र के सुचारू संचालन में सदन के नेता मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष सहित पक्ष और विपक्ष के सभी सदस्यों द्वारा दिए गए सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि सदस्यों की राजनीतिक प्रतिबद्धताएं अलग-अलग हो सकती हैं, लेकिन उनकी भावनाएं छत्तीसगढ़ के विकास, लोकहित और लोक कल्याण के लिए समर्पित हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि 26 नवम्बर को संविधान दिवस पर सदन में हुई चर्चा में सदस्यों ने अपने विचार रखे, जिससे संविधान के संबंध में हमारी जानकारी और अधिक समृद्ध हुई, 28 नवम्बर को छत्तीसगढ़ी राजभाषा दिवस पर विधानसभा की कार्रवाई का संचालन छत्तीसगढ़ी में किया गया। शीतकालीन सत्र के दौरान द्वितीय अनुपूरक बजट पारित किया गया और विधानसभा के उपाध्यक्ष का निर्वाचन हुआ। उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान विनियोग सहित 8 विधेयक पारित किए गए। सत्र के दौरान 4870 लोगों ने और 1430 विद्यार्थियों ने विधानसभा की कार्रवाई का अवलोकन किया। इस सत्र के दौरान 6 बैठकें हुई, जिन पर 30 घंटे तक चर्चा हुई।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा ने अनेक गौरवशाली संसदीय परम्पराएं स्थापित की है। सत्र के दौरान सदन में सभी विषयों पर चर्चा हुई। संविधान दिवस के मौके पर विधानसभा में सार्थक चर्चा हुई। सत्र के दौरान महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय विधेयक तथा शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय विधेयक चर्चा के उपरांत पारित हुए। उन्होंने कहा कि शीतकालीन सत्र में सदस्यों ने प्रदेश के किसानों और मजदूरों के विषय पर सदन में अपनी बात रखी और उनकी समस्याओं को रखने का सफल प्रयास किया। उन्होंने कहा कि द्वितीय अनुपूरक बजट चर्चा के बाद पारित किया गया। इसमें सभी सदस्यों की अहम भूमिका है। मंत्रिमण्डल के सदस्यों द्वारा चर्चा में सभी सदस्यों को संतुष्ट करने का प्रयास किया गया। मुख्यमंत्री ने सदन की कार्रवाई के संचालन में मार्गदर्शन के लिए विधानसभा अध्यक्ष सहित सभी सदस्यों द्वारा दिए गए सहयोग के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। श्री बघेल ने विधानसभा सचिवालय के अधिकारियों-कर्मचारियों, राज्य सरकार के अधिकारियों-कर्मचारियों, सुरक्षा बलों के अधिकारियों-कर्मचारियों, मीडिया प्रतिनिधियों द्वारा दिए गए सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।

प्रतिपक्ष के नेता धरमलाल कौशिक ने कहा कि शीतकालीन सत्र हालांकि संक्षिप्त था किन्तु इसमें महत्वपूर्ण कार्यों का सम्पादन हुआ। सदस्यों को जनता के हितों को रखने का पर्याप्त अवसर मिला। उन्होंने इसके लिए विधानसभा के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया है। इस अवसर पर समापन सत्र को विधायक श्री धरमजीत सिंह और श्री केशव चन्द्रा ने भी संबोधित किया। श्री धरमजीत सिंह ने कहा कि सत्र के दौरान बिलासपुर को हवाई सेवा से जोड़ने का न सिर्फ अशासकीय संकल्प पारित किया गया अपितु सदन के नेता मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने 27 करोड़ रूपए की राशि का प्रावधान करने की घोषणा भी की।