छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 07 जुलाई 2023। आईपीएल के सबसे सफल कप्तानों में शुमार महेंद्र सिंह धोनी आज 42 साल के हो गए। इस साल अपनी टीम चेन्नई सुपर किंग्स को पांचवीं बार चैंपियन बनाने के बाद अब वह अगले साल फिर से खेलने की तैयारी में जुट गए हैं। अगले साल माही का खेलना तय नहीं है। आईपीएल में एक टीम ऐसी है जिसकी फैन फॉलोइंग गजब की है। इस साल वह टीम जहां भी गई वहां हजारों फैंस उस टीम को सपोर्ट करने पहुंचे। होम टीम की जगह सिर्फ उसी टीम की जर्सी में फैंस दिख रहे थे।
यह टीम कोई और नहीं बल्कि धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) है। सीएसके आईपीएल की सुपरहिट टीम है। इस सीजन जिस मैदान पर भी वह खेले, वहां पीले रंग की बाढ़ आ गई। फैंस को लग रहा था कि यह धोनी का आखिरी सीजन होगा, लेकिन माही अपने फैंस को एक साल और खेलकर गिफ्ट देना चाहते हैं। उत्तर से लेकर दक्षिण और पूर्व से लेकर पश्चिम, हर जगह धोनी का बोलबाला है, लेकिन क्या आपको पता है कि चेन्नई के लोगों के लिए थाला बने एमएस 2008 के ऑक्शन में सीएसके की पहली पसंद नहीं थे। टीम के मालिक एन श्रीनिवासन किसी और खिलाड़ी को खरीदना चाहते थे।
2008 आईपीएल ऑक्शन से पहले हुआ था यह ड्रामा
2008 में चेन्नई सुपर किंग्स के मुख्य चयनकर्ता के रूप में काम कर चुके चंद्रशेखर ने एकबार एक इंटरव्यू में पूरी कहानी बताई थी। उन्होंने कहा था कि सीएसके के मालिक श्रीनिवासन की पहली पसंद महेंद्र सिंह धोनी नहीं थे। चंद्रशेखर ने कहा कि 2008 में नीलामी से पहले एन श्रीनिवासन ने मुझसे पूछा था कि आप किसे खरीदने जा रहे हैं? मैंने उनसे कहा धोनी को। इस पर उन्होंने पूछा, वीरेंद्र सहवाग क्यों नहीं? श्रीनिवासन की पहली पसंद विस्फोटक बल्लेबाज सहवाग थे।
चंद्रशेखर ने कहा कि मैंने धोनी की उपयोगिता के बारे में उन्हें बताया। मैंने कहा कि सहवाग मुझे उस स्तर की प्रेरणा नहीं देंगे, जबकि धोनी एक कप्तान, एक विकेटकीपर और एक बल्लेबाज हैं, जो अपने दम पर मैच को पलट सकते हैं इसलिए मैंने उनसे पूछा कि क्या हमें उन्हें खरीदना चाहिए? चंद्रशेखर ने बताया कि रातभर में श्रीनिवासन का मन बदल गया और वह सुबह आकर मुझसे बोले कि धोनी को खरीदना है। हालांकि, हमें डर था कि कहीं दूसरी कोई फ्रेंचाइजी हमसे अधिक खर्च करके धोनी को अपनी टीम में शामिल न कर ले।चंद्रशेखर ने इस बारे में बताया है कि नीलामी के बारे में सोचकर मैंने धोनी के लिए अपनी खर्च राशि 1.4 मिलियन डॉलर तक बढ़ा दी और इसके बाद भी टीम यानी प्लेइंग-11 बनाने की कोशिश की, क्योंकि पूरी टीम के लिए हमारे पास पांच मिलियन डॉलर ही थे। मगर जैसे-जैसे नीलामी करीब आई तो किसी ने कहा कि धोनी पर 1.8 मिलियन डॉलर तक की बोली लग सकती है। इसलिए मैंने उनसे कहा कि अगर धोनी पर 1.5 मिलियन से अधिक बोली लगी तो मैं उन्हें जाने दूंगा, क्योंकि हमें पूरी टीम बनानी थी।