छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 23 अप्रैल 2023। श्रीलंका के राजदूत मिलिंडा मोरागोड़ा ने भारत को सम्राट अशोक के बेटे और बेटी के देश में आगमन को दर्शाने वाली दो पेंटिंग भेंट की। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय संस्कृति और विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने एनजीएमए में पेंटिंग प्राप्त की। उन्होंने कहा कि श्रीलंका के उच्चायुक्त मिलिंडा मोरागोड़ा देश के वरिष्ठ भिक्षुओं के साथ दोनों पेंटिंग सौंपने के लिए वास्काडुवे महिंदावंस महानायके थेरो के नेतृत्व में भारत आए थे।
शुक्रवार को दो दिवसीय वैश्विक बौद्ध शिखर सम्मेलन का समापन हुआ। वैश्विक बौद्ध शिखर सम्मेलन में श्रीलंकाई प्रतिनिधिमंडल महाबोधि सोसाइटी के प्रतिनिधियों के साथ शामिल हुआ था। अधिकारियों ने कहा कि बाद में मीनाझी लेखी ने दोपहर के भोजन पर उनकी मेजबानी की और प्रतिनिधियों को थेरवाद भोजन परोसा गया।
दोनों देशों के बीच और मजबूत होंगे संबंध
केंद्रीय संस्कृति और विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने विशेष रूप से बौद्ध धर्म के संदर्भ में श्रीलंका और भारत के बीच घनिष्ठ ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और पारंपरिक संबंधों का उल्लेख किया। दोनों देशों के बीच प्राचीन संबंधों पर प्रकाश डालते हुए लेखी ने कहा कि इस संबंध को आने वाली पीढ़ियों द्वारा और मजबूत किया जाना चाहिए। उन्होंने एनजीएमए में उनके योगदान के लिए श्रीलंकाई प्रतिनिधिमंडल और उच्चायुक्त को धन्यवाद दिया। अधिकारियों ने कहा कि कुछ भिक्षुओं ने लेखी को बौद्ध धर्म पर किताबें भेंट कीं। लेखी ने पेंटिंग्स गिफ्ट किए जाने के बारे में भी ट्वीट किया और कुछ तस्वीरें भी शेयर कीं। उन्होंने ट्वीट किया, ग्लोबल बुद्धिस्ट समिट के मौके पर सोलियास मेंडिस द्वारा चित्रित और @SLinIndia द्वारा प्रस्तुत सुंदर भित्ति चित्रों का अनावरण करते हुए खुशी हो रही है। उन्होंने कहा, भित्ति चित्र श्रीलंका में बौद्ध धर्म के आगमन को चिह्नित करने वाली ऐतिहासिक घटनाओं को प्रदर्शित करते हैं और हमारे दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों को दर्शाते हैं।
भारत और श्रीलंका के बीच संबंधों की 75वीं वर्षगांठ के हिस्से के रूप में बनाई गई पेंटिंग
उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, भारत और श्रीलंका के बीच राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ के हिस्से के रूप में बनाई गई पेंटिंग में राजा अशोक के बेटे महेंद्र और उनकी बेटी संघमित्रा के श्रीलंका आगमन को दर्शाया गया है। मौर्य साम्राज्य के सम्राट अशोक ने बौद्ध धर्म के प्रसार के लिए अपने पुत्र महेंद्र और पुत्री संघमित्रा को श्रीलंका भेजा था।