छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
बेंगलुरु 17 अप्रैल 2023। कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को बड़ा झटका लगा। कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से टिकट नहीं मिलने पर नाराज पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर सोमवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। राज्य में 10 मई को विधानसभा चुनाव होने हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, महासचिव के. सी. वेणुगोपाल एवं रणदीप सिंह सुरजेवाला (कर्नाटक प्रभारी), कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष डी. के. शिवकुमार और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया सहित अन्य लोगों की उपस्थिति में वह पार्टी में शामिल हुए। शेट्टर हुब्बल्लि-धारवाड़ मध्य सीट से छह बार विधायक रहे हैं।
भाजपा के उन्हें टिकट देने से मना करने के बाद उन्होंने रविवार को विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। भाजपा के शीर्ष नेताओं ने उन्हें दूसरों के लिए रास्ता बनाने के वास्ते विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का आग्रह किया था, लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा था कि वह आखिरी बार चुनाव लड़ना चाहते हैं। कांग्रेस में शामिल होने के बाद शेट्टर ने आरोप लगाया कि भाजपा ने उन्हें टिकट न देकर अपमानित किया और पार्टी आज ‘‘सीमित लोगों” के नियंत्रण में है।
उन्होंने पत्रकारों से कहा कि मुझे उस पार्टी से जबरन बाहर धकेला किया जिसे मैंने खड़ा किया था.. मैं आज कांग्रेस की विचारधारा और सिद्धांतों को अपनाते हुए उसमें शामिल हो रहा हूं।” शेट्टर रविवार को एक विशेष हेलीकॉप्टर से हुब्बल्लि से बेंगलुरु पहुंचे थे। उन्होंने कांग्रेस महासचिव (कर्नाटक प्रभारी) रणदीप सिंह सुरजेवाला, कांग्रेस की राज्य इकाई के प्रमुख डी.के. शिवकुमार, पूर्व मंत्री एम.बी. पाटिल और वरिष्ठ कांग्रेस नेता शमनूर शिवशंकरप्पा के साथ बातचीत की थी। शेट्टर एक अनुभवी नेता हैं। उनका परिवार जनसंघ के दिनों से पार्टी से जुड़ा रहा है। वह कित्तूर कर्नाटक क्षेत्र के एक प्रभावशाली नेता माने जाते हैं। भाजपा में रहते हुए उन्होंने मंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष और मुख्यमंत्री के रूप में सेवाएं दीं।
भाजपा छोड़ने का उभरा दर्द
कांग्रेस में शामिल होने के बाद मीडिया से बात करते हुए जगदीश शेट्टार ने कहा कि ‘मैंने कल भाजपा से इस्तीफा दिया था और आज कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गया। कई लोग इस बात से हैरान हैं कि नेता प्रतिपक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष रहे नेता ने कांग्रेस की सदस्यता ले ली। भाजपा ने मुझे हर पद दिया और पार्टी कार्यकर्ता होने के नाते मैंने हमेशा पार्टी के विकास के लिए काम किया। शेट्टार ने कहा कि ‘पार्टी का वरिष्ठ नेता होने के नाते मुझे लगा कि मुझे टिकट मिलेगा लेकिन जब मुझे पता चला कि मुझे टिकट नहीं मिल रहा है तो मैं हैरान रह गया। मुझसे इस बारे में किसी ने बात नहीं की और ना ही मुझे समझाने की कोशिश की। यहां तक कि मुझे तसल्ली भी नहीं दी गई कि मुझे क्या पद दिया जाएगा।
डीके शिवकुमार ने कहा कि शेट्टार ने कोई शर्त नहीं रखी
कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने बताया था कि ‘जगदीश शेट्टार की तरफ से कोई मांग नहीं की गई है और ना ही हमने उनसे कोई वादा किया है। उन्हें कांग्रेस में शामिल होने के लिए पार्टी के सिद्धांतों को मानना पड़ेगा और पार्टी नेतृत्व को भी मानना पड़ेगा। हम चाहते हैं कि यह देश एकजुट रहे और सिर्फ कांग्रेस ही ऐसा कर सकती है।’ बता दें कि भाजपा ने शेट्टार को टिकट नहीं दिया था, जिससे शेट्टार नाराज चल रहे थे। पार्टी द्वारा शेट्टार को समझाने की कोशिश की गई लेकिन शेट्टार नहीं माने और आखिरकार उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया।