20 साल की हुई थी सजा, लड़की की फोटो मिली, लिखा- … उतनी ही गुनाहगार तुम भी…
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
जांजगीर चांपा 09 अप्रैल 2023। जेल में बंद कैदी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आरोपी जिला जेल खोखरा में बंद था। उसे 5 अप्रैल 2023 को जिला कोर्ट से नाबालिग से दुष्कर्म के मामलों में पॉक्सो अधिनियम की धाराओं के तहत 20 साल की सजा सुनाई गई थी। जहां जेल में ही आरोपी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसके पास से लड़की की फोटो व सुसाइड नोट मिला है। घटना कल रात की है। जानकारी मिलने पर एसडीएम व तहसीलदार मौके पर पहुंचे शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा।
पामगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम खैरा का रहने वाला 24 वर्षीय बनवारी कुमार कश्यप दुष्कर्म के मामले में जेल में बंद था। उसे 5 अप्रैल को पॉक्सो कोर्ट के विशेष न्यायाधीश खिलावन राम रिगरी की अदालत से 20 साल की सजा हुई थी। नवागढ़ थाना क्षेत्र की रहने वाली नाबालिग लड़की की गुमशुदगी 25 मार्च 2022 नवागढ़ थाने में दर्ज करवाई गई थी। लड़की की तलाश में जुटी पुलिस ने 8 अप्रैल 2022 को लड़की के मिलने के बाद उसका बयान दर्ज किया था। बयान के आधार पर शादी का झांसा देकर नाबालिक को भगाने व दुष्कर्म पर अपहरण व दुष्कर्म की धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया। बताया जाता है कि बनवारी उसे भगा कर लखनऊ ले गया था। 15 मई 2022 को नवागढ़ पुलिस ने पामगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम खैरा से आरोपी युवक बनवारी कुमार कश्यप को गिरफ्तार किया था। तब से वह न्यायिक रिमांड पर सजा काट रहा था।
मामले का ट्रायल पॉक्सो अदालत के विशेष न्यायाधीश खिलावन राम रिगरी की अदालत में चल रहा था। जहां 5 अप्रैल 2023 को प्रकरण की सुनवाई करते हुए आरोपी बनवारी कुमार कश्यप के खिलाफ दोष सिद्ध पाते हुए 20 साल सश्रम कारावास की सजा सुनाई गई थी। जहां कल शनिवार की रात बनवारी कश्यप ने बैरक नंबर 10 के ऊपर बनी खिड़की में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने पर एसडीएम, तहसीलदार के साथ पुलिस भी मौके पर पहुंची मिली। जानकारी के अनुसार युवक के पास से एक लड़की की फोटो और सुसाइड नोट भी बरामद हुई है। मिली जानकारी के जिसमें उसने लिखा है कि जितना गुनाहगार मैं हूं उतना ही गुनाहगार तुम भी हो, प्यार एक तरफा नहीं होता है। युवक ने आगे लिखा है कि मैं लड़की से बहुत प्यार करता था, पर मुझे 20 साल की सजा हो गई। जबकि मेरी उम्र ही 24 साल है।
जेल के सूत्रों के अनुसार शनिवार शाम कैदियों की गिनती के दौरान दस नंबर की बैरक में एक कैदी कम पाया गया। तलाशी के दौरान वह फंदे से लटकता हुआ मिला। मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि 5 अप्रैल को सजा हुई तो बनवारी सही सलामत था फिर अचानक 8 अप्रैल की रात उन्हें जिला अस्पताल आने की सूचना दी गई। जब हम वहां पहुंचे तो पता चला कि बनवारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। घर वालों ने आरोप लगाया कि जेल जैसी सुरक्षित जगह में बनवारी का फांसी लगाना संदेहास्पद है उन्होंने मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की है।
वही बताया जा रहा है कि आरोपी जेल में हमेशा गुमशुम रहता था और किसी से कुछ बात नहीं करता था। सजा होने के बाद उससे मिलने कोई नहीं आया था। उसके पास फोटो कैसे आया जो जांच का विषय है। मृतक का पोस्टमार्टम जिला हॉस्पिटल में कार्यपालिक दंडाधिकारी की मौजूदगी में की जा रही है जिसकी फोटोग्राफी भी करवाई जा रही है।