छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 14 मार्च 2023। पपीता एक ऐसा फल है जिसके कई सारे लाभ हैं और आप उसे कच्चा, पकाकर या फिर उसे सब्जी की तरह उपयोग करके खा सकते हैं। एक छोटे से पपीते में इम्यूनिटी बूस्टिंग विटामिन-सी की उच्च मात्रा पाई जाती है। इसमें मौजूद बीटा-कैरोटीन और एंटीऑक्सीडेंट्स आपके शरीर में फ्री रेडिकल डैमेज से लड़ते हैं। पपीते के छिलके भी आपके लिए उपयोगी हो सकते हैं। सिर्फ फल नहीं, बल्कि इसके छिलके से भी आप स्किन, हेयर हेल्थ का ख्याल रख सकते हैं। इतना ही नहीं, इसे किचन और कुकिंग में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। पपीते के छिलके का कैसे इस्तेमाल करना चाहिए। पपीते के साथ ही, इसका छिलका भी कुछ पौष्टिक गुणों से भरपूर होता है। इसे खाया जा सकता है, लेकिन इसमें लैटेक्स होता है, इसलिए इसे खाने की सलाह नहीं दी जा सकती है। लैटेक्स खाने से आपको पेट की समस्या हो सकती है। यही कारण है कि इसके छिलके को लोग फेंक देते हैं।
पपीता त्वचा के लिए फायदेमंद
पपीते के छिलके में त्वचा को आराम देने वाले और मॉइश्चराइजिंग गुण होते हैं, ये दोनों ही कॉस्मेटिक उद्योग में प्रसिद्ध हैं। पपीते के छिलके में होने वाले लैटेक्स को बाहर करने का अच्छा तरीका यह है कि आप पपीते के छिलके को हटाकर उसे कुछ देर के लिए यूं ही छोड़ दें। उसमें से लैटेक्स निकलने के बाद उसे अच्छी तरह धोकर और साफ करके इस्तेमाल किया जा सकता है। पपीते में पाया जाने वाले पापैन में एक्टिव एंजाइम्स होते हैं, जो पिग्मेंटेशन को कम करने के साथ-साथ एक्ने ब्रेकआउट्स और झुर्रियों को भी कम करता है। यह त्वचा को मॉइश्चराइज करता है। टैनिंग और डार्क सर्कल्स की समस्या में भी राहत पहुंचाता है।
पपीता में पौष्टिक तत्व की प्रचूरता
पपीता भी एक ऐसा ही फल है जो स्वाद और पोषण दोनों में सबसे ऊपर है। पीले-नारंगी रंग का यह फल बच्चों और बूढ़ों को सबसे ज्यादा पसंद आता है क्योंकि यह आसानी से खाया जा सकता है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि कुछ फलों को अगर सुबह खाली पेट खाया जाए, तो शरीर को ज्यादा लाभ हो सकते हैं और पपीता के मामले में यह बात सौ प्रतिशत ठीक है।
पपीता फाइबर की मात्रा अधिक होती है। यही वजह है कि यह वजन कम करने में मदद करता है और यहां तक कि कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित रखता है। जब पपीते को खाली पेट खाया जाता है, तो यह पाचन तंत्र को विषाक्त पदार्थों को साफ करता है। इतना ही नहीं, इसमें पाचन वाले एंजाइम होते हैं, जो मल त्याग को सुचारू बनाते हैं। यह पेट की सूजन, पेट खराब और कब्ज जैसे पाचन विकारों को दूर रखने के लिए भी जाना जाता है। पपीता विटामिन ए, सी और के का खजाना होता है, जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को हटाकर प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद करता है। यह बीमारियों और संक्रमणों को दूर रखने में मदद करता है। चलिए जानते हैं कि खाली पेट पपीता खाने से सेहत को और क्या-क्या फायदे होते हैं। खराब पाचन वाले लोगों के लिए रोजाना पपीता खाना जरूरी है। यह पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है और भोजन को तेजी से मेटाबोलाइज करने में मदद करता है। पपीते में पपैन नामक एंजाइम होता है, जो भोजन को तेजी से तोड़ने में मदद करता है। इसके अलावा, पपीता एक ऐसा फल है जिसमें पानी की मात्रा अधिक होती है जो कब्ज के जोखिम को रोकता है।
पपीता मधुमेह रोगी के लिए जरूरी
मधुमेह या डायबिटीज के मरीजों को रोजाना सुबह खाली पेट एक कप पपीता खाना चाहिए। यह इसमें नैचुरल शुगर होती है और इसके एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण यह शुगर के मरीजों के लिए अच्छा विकल्प है। इसका शरीर पर हाइपोग्लाइसेमिक प्रभाव होता है जो ब्लड शुगर लेवल को कम करता है।
पपीता हृदय रोगी के लिए बढ़िया
पपीता फाइबर, पोटेशियम और विटामिन से भरपूर होता है जो हृदय रोगों को दूर रखता है। हृदय रोगों के जोखिम को कम करने के लिए डॉक्टर पोटेशियम के अधिक सेवन की सलाह देते हैं। विटामिन बी, सी, ई, बीटा-कैरोटीन और लाइकोपीन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर पपीता धमनियों के भीतर खराब कोलेस्ट्रॉल को कण करता है।
पपीता में कैंसर विरोधी गुण
पपीते में अल्फा-हाइड्रॉक्सी एसिड (एएचए) में प्रचुर मात्रा में होता है। यह एक ऐसा तत्व होता है, जो त्वचा को चमकदार, मोटा और चिकना बनाता है। त्वचा की लोच बढ़ाने के लिए पपीता खाएं क्योंकि इसमें सोडियम की मात्रा कम होने के कारण यह त्वचा को हाइड्रेट कर सकता है।
पपीता कोशिकाओं को नुकसान से बचाने और कैंसर के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है। लाइकोपीन एक प्रकार का कैरोटीनॉयड है, जो फल-सब्जियों में पाया जाता है जिसमें कैंसर विरोधी गुण होते हैं। इस लिए इसका सेवन जरूर करना चाहिए।