छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
दोहा 04 दिसंबर 2022। फीफा विश्व कप 2022 में नॉकआउट राउंड की शुरुआत हो चुकी है। आज दो मैच खेले जाएंगे। पहला मुकाबला फ्रांस और पोलैंड के बीच होगा। भारतीय समयानुसार यह मैच रात साढ़े आठ बजे से शुरू होगा। वहीं, दूसरे मैच में फ्रांस की टीम पोलैंड से भिड़ेगी। यह मैच देर रात साढे़ 12 बजे से होगा। यहां जीतने वाली टीमें क्वार्टर फाइनल में जगह बनाएंगी। वहीं, हारने वाली टीमें विश्व कप से बाहर हो जाएंगी। राउंड ऑफ 16 में कोई भी मैच ड्रॉ पर खत्म नहीं होता है। अगर तय समय तक दोनों टीमों का स्कोर बराबर रहता है तो 30 मिनट का एक्स्ट्रा टाइम दिया जाएगा। इसमें भी मैच ड्रॉ रहने पर पेनल्टी शूटआउट में मैच का नतीजा आएगा।
फ्रांस को कड़ी चुनौती देने उतरेगा पोलैंड
राउंड ऑफ 16 में आज का पहला मैच गत विजेता फ्रांस और पोलैंड के बीच है। इस मैच में फ्रांस की टीम पोलैंड की कड़ी चुनौती का सामना करेगी। दो बार की चैंपियन टीम फ्रांस 2014 के बाद लगातार तीसरी बार क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने की कोशिश करेगी। वहीं, 1982 के बाद पोलैंड भी क्वार्टर फाइनल में पहुंचने का प्रयास करेगा। विश्व की चौथे नंबर की टीम फ्रांस ग्रुप में दो मैचों में जीत दर्ज कर पाई थी। पिछले मैच में फ्रांस को ट्यूनीशिया से 0-1 से उलटफेर का शिकार होना पड़ा था। वहीं, विश्व की 26वें नंबर की टीम पोलैंड ने ग्रुप में तीन मैचों में से एक में ही जीत हासिल की। पिछले मैच में उसे अर्जेंटीना ने 2-0 से शिकस्त दी थी।
फ्रांस की उम्मीदें म्बापे से
पोलैंड में चार दिसंबर को खनिक दिवस के कारण छुट्टी होती है और यह टीम जीत के साथ इस छुट्टी का जश्न मनाना चाहेगी। पोलैंड की टीम 36 साल बाद नॉकआउट में खेल रही है। फ्रांस को अपने स्टार खिलाड़ियों काइलिन म्बापे, ओलिवर गिरौड और एड्रियन रेबियोट से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी जिन्होंने इस विश्वकप में गोल किए हैं। फॉरवर्ड म्बापे ने तीन मैचों में तीन गोल किए हैं तो अन्य फॉरवर्ड गिरौड ने दो मैचों में दो गोल दागे हैं। मिडफील्डर रेबियोट ने तीन मैचों में एक गोल किया है।
लेवांडोवस्की पर पोलैंड को जिताने का जिम्मा
पोलैंड को अगर क्वार्टर फाइनल में पहुंचना है तो उनके कप्तान और फॉरवर्ड रॉबर्ट लेवांडोवस्की को चलना होगा। वह तीन मैचों में सिर्फ एक गोल कर पाए जबकि एक खिलाड़ी के गोल करने में मदद की है। अर्जेंटीना के खिलाफ मिली पिछली हार में वह एक गोल भी नहीं दाग पाए थे। पोलैंड की इस विश्वकप में अधिक डिफेंसिव रणनीति के साथ खेलने की आलोचना हुई है। लेवांडोवस्की के अलावा मिडफील्डर पियोतर जिलिंस्की से भी अच्छे प्रदर्शन की आस रहेगी। उन्होंने तीन मैचों में एक गोल किया है।