छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
मुंबई 17 अक्टूबर 2024। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर महाविकास अघाड़ी में सीट बंटवारे को लेकर रार छिड़ी है। शिवसेना उद्धव, एनसीपी शरद पवार और कांग्रेस के बीच सीटों को लेकर रुख साफ नहीं हो सका। वहीं समाजवादी पार्टी ने भी महाविकास अघाड़ी से सीटों की मांग की है। इसे लेकर भाजपा ने महाविकास अघाड़ी गठबंधन पर तंज कसा है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि विपक्षी गठबंधन में एकता नहीं है। समाजवादी पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष अबू आसिम आजमी ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि महाराष्ट्र में यदि महाविकास अघाड़ी का कोई भी पक्ष चाहे वो कांग्रेस हो, राष्ट्रवादी कांग्रेस (शरद पवार) या शिवसेना (उद्धव) हो वो बिना समाजवादी पार्टी से बात किए विधानसभा चुनाव के उम्मीदवारों की सूची जारी करते हैं तो इसका मतलब है कि वह समाजवादी पार्टी को महाविकास अघाड़ी का हिस्सा नहीं मानते। समाजवादी पार्टी से बिना बातचीत किए किसी भी पक्ष द्वारा उम्मीदवारों की घोषणा करना गलत होगा।
उन्होंने कहा कि महाविकास अघाड़ी का उद्देश्य सभी सेक्युलर पार्टियों को साथ रखना और सांप्रदायिक सरकार के खिलाफ लड़ना है। उन्होंने लिखा कि मैं हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से अनुमति चाहूंगा कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का परिणाम चाहे कुछ भी हो समाजवादी पार्टी जिन विधानसभाओं में मजबूत है ऐसी अधिक से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहेगी। इसे लेकर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि कल अखिलेश यादव ने जम्मू-कश्मीर को लेकर एकता की बात कही थी। आज उनके महाराष्ट्र के वरिष्ठ नेता ने ट्वीट किया कि वह महाराष्ट्र में अधिक से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। अगर महाविकास अघाड़ी ने उनके बिना उम्मीदवारों की सूची जारी की, तो सपा कुछ और करेगी। इससे साफ है कि गठबंधन में एकता नहीं है। यहां न तो कोई लक्ष्य है और न ही कोई नजरिया है। यह गठबंधन के केवल नियंत्रण, महत्वाकांक्षा और भ्रम से भरा हुआ है।
उन्होंने कहा कि केरल में वायनाड से कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को उम्मीदवार घोषित कर दिया। ये सब एक-दूसरे से लड़ते रहते हैं, क्योंकि इनकी धारणा है कि कौन अधिक सीटें जीतेगा और ताकतवर बनेगा। यह गठबंधन महाविकास अघाड़ी नहीं, महाविचित्र और महाविडबंना अघाड़ी है। अब अबू आजमी जैसे नेता कांग्रेस और उद्धव की शिवसेना को निर्देश दे रहे हैं। वहीं उद्धव सेना ने हमारा सीएम चेहरा होना चाहिए यह मांग की। जिसे शरद पवार और कांग्रेस ने नकार दिया। इसलिए यह गठबंधन पूरी तरह से भ्रम, महात्वाकांक्षा से भरा है। यहां न तो महाराष्ट्र के लिए कोई लक्ष्य और न ही कोई नजरिया है।