छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
चंडीगढ़ 22 अगस्त 2023। खराब हुई फसल के मुआवजे और अन्य मांगों को लेकर पंजाब-हरियाणा के किसान जत्थेबंदियों ने आज चंडीगढ़ में धरना देने का एलान किया हुआ है। वहीं किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने पंचकूला और मोहाली से लगते शहर के 27 प्रवेशद्वार सील कर दिए हैं। पंजाब में कई किसान नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। वहीं अंबाला में पुलिस और किसानों के बीच झड़प हो गई। चंडीगढ़-जीरकपुर बॉर्डर पर भारी पुलिस फोर्स तैनात है। यहां आईटीबीपी, सीआरपीएफ के टुकड़ियां भी हथियारों के साथ मौजूद हैं। सीटीयू की बसें भी खड़ी की गई हैं ताकि अगर कोई किसान नेता या अन्य कोई उपद्रव करे तो उन्हें यहां से हटाकर किसी अन्य स्थान पर ले जाया जा सके।
चंडीगढ़ पुलिस सेक्टर 31 थाना के एसएचओ राम रतन समेत डीएसपी क्राइम ब्रांच उदयपाल, इंडस्ट्रियल एरिया थाना एसएचओ जसपाल सिंह भुल्लर समेत अन्य पुलिसकर्मी बड़ी संख्या में मौके पर मौजूद हैं। पुलिस फोर्स की भारी तैनाती और वाहनों की चेकिंग के चलते चंडीगढ़-जीरकपुर मार्ग पर जीरकपुर की तरफ लगभग 2 किलोमीटर लंबा जाम लगा हुआ है।
मोहाली में चेकिंग
मोहाली में सेक्टर-52-53 और फर्नीचर मार्केट समेत अन्य सीमाओं से मोहाली आने-जाने वाले हर वाहन की पुलिसकर्मी जांच कर रहे हैं। पुलिस नहीं चाहती है कि प्रदर्शनकारी किसी भी वाहन में छुपकर किसी तरह वहां न पहुंच जाएं इसलिए सीमा पर सख्ती बढ़ा दी गई है। सीमा पर जांच के चलते थोड़ा जाम लग रहा है लेकिन अभी स्थिति सामान्य है।
फरीदकोट में छह किसान नेता हिरासत में
फरीदकोट में जिला पुलिस ने चंडीगढ़ धरने के मद्देनजर छह किसान नेताओं को हिरासत में लिया है, जिन्हें फिलहाल थानों में बिठाया गया है। इनमें भाकियू क्रांतिकारी के प्रांतीय उप प्रधान लाल सिंह गोलेवाला भी शामिल है। सूत्रों के मुताबिक फरीदकोट जिले से किसानों की चार ट्रैक्टर ट्रॉली चंडीगढ़ रवाना हुई जिनमें से दो को तलवंडी भाई को रोक लिया गया है।
मोहाली के गुरुद्वारा अंब साहिब से शुरू होने वाले प्रदर्शन को रोकने के लिए एसएसपी डॉ. संदीप गर्ग के नेतृत्व में शहर में 1500 पुलिस मुलाजिमों ने मोर्चा संभाल लिया है। वहीं मौके पर डीएसपी स्तर के अफसर भी तैनात हैं। सुबह नौ बजे से ही मोहाली के रिहायशी इलाकों समेत गुरुद्वारा अंब साहिब को जाने वाले रास्ते पर पुलिस ने भारी नाकाबंदी का इंतजाम कर दिया। इस कारण वहां आने-जाने वाले लोगों को परेशानी हो रही है। डीसी कार्यालय को जाने वाली रोड अभी खुली है। इसके अलावा शहर के अंदरूनी इलाकों को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कौमी इंसाफ मोर्चा के कारण पहले ही शहर में लोगों को काफी परेशानी हो रही है इसलिए प्रशासन नहीं चाहता है कि किसान फेज-8 स्थित गुरुद्वारा अंब साहिब पहुंचे और वहां से राजभवन के लिए कूच करें। पुलिस के आलाधिकारियों ने कई दौर की बैठकों के बाद रैपिड एक्शन फोर्स, अर्धसैनिक बल और पुलिस के 1500 जवानों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैनात किया है। इसके साथ ही डीएसपी स्तर के अफसरों की ड्यूटी भी लगाई है ताकि हालात बिगड़ने पर भी मौके के अनुसार तुरंत फैसला लेकर स्थिति को संभाल सकें।
पुलिस नहीं लेना चाहती कोई रिस्क
अभी शहर में किसान नहीं पहुंचे हैं। इसके बावजूद पुलिस के आलाधिकारी इस बात का रिस्क नहीं लेना चाहते हैं कि किसान नाकाबंदी को तोड़कर वहां पहुंच जाएं और इसके बाद यहां से प्रदर्शन करते हुए राजभवन की तरफ कूच करें। वहीं दूसरी तरफ किसान संगठनों का कहना है कि वे अपने हकों के लिए लड़ रहे हैं और इस तरह सरकार के दबाने से नहीं रुकेंगे। फिर चाहे उनके लिए उन्हें जान ही क्यों न गंवानी पड़े।
बठिंडा में 12 से अधिक किसान नेता पुलिस हिरासत में
बठिंडा में पुलिस ने 12 से अधिक किसान नेताओं को हिरासत में लिया है। किसान नेताओं में भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी के नेता पुरुषोत्तम महराज, बलवंत महराज, दर्शन ढिल्लों, तीर्थ राम, गुरजंट सिंह रामपुरा के अलावा एक दर्जन से अधिक किसानों को पुलिस ने हिरासत में लेकर गुप्त जगह पर रखा गया है।
अंबाला में जबरन ट्रैक्टरों से उतार पुलिस वैन में बिठाए
अंबाला-हिसार बाईपास पर चंडीगढ़ कूच को निकले किसानों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। पुलिस ने जगह-जगह नाकाबंदी कर शंभू टोल की तरफ ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर जा रहे किसानों को रोका और उन्हें हिरासत में लिया। किसानों व पुलिस के बीच कई जगह धक्का मुक्की भी दिखी। एक जगह किसानों ने पुलिस का नाका ही तोड़ दिया था लेकिन उन्हें पुलिस ने दूसरे नाके पर रोक लिया। वहीं, पुलिस मुलाजिमों ने खुद ट्रैक्टरों की कमान संभालने के बाद उन्हें सुरक्षित स्थानों पर रखा। जबकि किसानों को पुलिस बसों के जरिए हिरासत में लेकर अंबाला सिटी पुलिस लाइन में रखा।
पुलिस ने अंबाला-हिसार हाईवे और शंभू टोल तक जाने वाले सभी लिंक रोड पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया था। वाटर कैनन के साथ बैरिकेड्स लगाए गए थे। अंबाला के अलावा कुरुक्षेत्र से आने वाले किसानों को पुलिस ने हाईवे पर ही रोक लिया। पुलिस अधीक्षक जश्नदीप रंधावा ने खुद मोर्चा संभाला हुआ है।