राष्ट्रपति मुर्मू और ओडिशा के राज्यपाल ने जताया शोक
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
भुवनेश्वर 29 सितंबर 2022। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय महिला आयोग की पहली अध्यक्ष जयंती पटनायक का बुधवार को निधन हो गया। वह 90 वर्ष की थीं। चार बार सांसद रहीं और ओडिशा के दिवंगत मुख्यमंत्री जेबी पटनायक की पत्नी जयंती पटनायक को यहां एक अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। उनके पति और ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री और असम के पूर्व राज्यपाल जेबी पटनायक का 2015 में निधन हो गया था।
जयंती पटनायक बुढ़ापे से संबंधित बीमारियों से पीड़ित थीं। उन्हें बुधवार शाम को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनके बेटे पी वल्लभ पटनायक ने बताया कि उनकी मां को भुवनेश्वर के एक अस्पताल में चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। उन्होंने कहा कि अभी तक उनके अंतिम संस्कार को लेकर फैसला नहीं किया गया है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने शोक व्यक्त किया
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता और प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता जयंती पटनायक के निधन पर शोक व्यक्त किया। राष्ट्रपति ने ट्वीट किया, “ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री जेबी पटनायक की पत्नी श्रीमती जयंती पटनायक के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। वह एक पूर्व सांसद और प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता भी थीं। वह अपनी सेवा और समर्पण के जरिए राज्य के लोगों की प्रिय बनीं। उनके परिवार, मित्रों और शुभचिंतकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।”
राज्यपाल ने निधन पर जताया शोक
ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल ने जयंती पटनायक के निधन पर शोक व्यक्त किया। राजभवन ने एक बयान में कहा, “ओडिशा के राज्यपाल ने पूर्व सांसद, वरिष्ठ राजनेता और एक प्रसिद्ध लेखिका जयंती पटनायक के निधन पर शोक व्यक्त किया। साहित्य के क्षेत्र में उनके योगदान को याद किया जाएगा। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (ओपीसीसी) के अध्यक्ष शरत पटनायक, पूर्व ओपीसीसी अध्यक्ष निरंजन पटनायक और कई अन्य गणमान्य लोगों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया।
जयंती पटनायक का जीवन परिचय
जयंती पटनायक का जन्म सात अप्रैल 1932 को उड़ीसा के गंजम जिले में स्थित अस्का में हुआ था। इनके पिता का नाम निरंजन पटनायक था। जयंती पटनायक की शादी एक राजनीतिक परिवार में हुई थी। साल 1953 में जयंती पटनायक का विवाह जानकी बल्लभ पटनायक से हुआ था। जयंती पटनायक के पति 1980 से 1989 तक उड़ीसा के मुख्यमंत्री रहे थे। उनके परिवार में एक बेटा और दो बेटियां हैं।
जयंती पटनायक राष्ट्रीय महिला आयोग की पहली अध्यक्ष थीं। उनका कार्यकाल तीन फरवरी 1992 से शुरू हुआ था। वह 30 जनवरी 1995 तक इस पद पर रहीं। जयंती पटनायक इसके अलावा राजनीति में भी सक्रिय थीं। वह एक सांसद और सामाजिक कार्यकर्ता थीं।
जयंती पटनायक की शिक्षा
जयंती पटनायक की शुरुआती शिक्षा अस्का में ही हुई। यहां के हरिहर हाईस्कूल से पढ़ाई करने के बाद आगे की शिक्षा के लिए कटक जिले के उत्कल विश्वविद्यालय के तहत शैलबाला महिला कॉलेज में जयंती ने दाखिला लिया और समाजशास्त्र में स्नातक की पढ़ाई पूरी की। उसके बाद मुंबई के टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (TISS) से पोस्ट ग्रेजुएशन किया।
जयंती पटनायक का राजनीतिक करियर
कांग्रेस पार्टी के टिकट से जयंती पटनायक ने कटक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र और बरहमपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीता और सांसद रहीं। इसके साथ ही महिला आयोग का गठन होने पर पहली महिला अध्यक्ष बनीं।