छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
भीलवाड़ा 11 मई 2022। राजस्थान के भीलवाड़ा में जिला प्रशासन ने इंटरनेट सेवाओं को 24 घंटे के लिए बंद कर दिया है। मंगलवार देर रात एक युवक की हत्या के बाद से जिले में तनाव की स्थिति बनी हुई है। जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने बताया कि सुरक्षा के लिहाज से गुरुवार, 12 मई की सुबह 6 बजे तक भीलवाड़ा में इंटरनेट सेवाएं निलंबित रहेंगी। शहर के पांच थाना क्षेत्रों में एसटीएफ और आरएसी के जवान तैनात किए गए हैं। भीलवाड़ा के शास्त्रीनगर स्थित न्यू हाउसिंग बोर्ड में मंगलवार देर रात कुछ लोगों ने एक युवक की चाकू घोंपकर हत्या कर दी। वारदात का पता चलने पर देर रात महात्मा गांधी अस्पताल में बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए। स्थिति तनावपूर्ण हो गई। हालांकि पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे। घटना को देखते हुए सुरक्षा के लिहाज से शहर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। चप्पे-चप्पे पर भारी पुलिस बल तैनात है।हिस्ट्रीशीटर था मृतक का पिता
बताया जा रहा है कि भोपालपुरा रोड निवासी ओमप्रकाश तापड़िया के 20 साल के बेटे आदर्श तापड़िया को बुधवार रात करीब साढ़े दस बजे कुछ युवकों ने न्यू हाउसिंग बोर्ड में ब्रह्मणी स्वीट्स की दुकान के बाहर बुलाया, जब आदर्श वहां पहुंचा तो मौके पर मौजूद लोगों ने उस पर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर उसे जख्मी कर दिया। हमले के बाद युवक खून से लथपथ सड़क पर ही पड़ा रहा। घटना के बाद हमलावर भाग निकले। कुछ राहगीर जब युवक को लेकर अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। युवक के मौत की वजह सीने में चाकू लगना बताया जा रहा है। मृतक का पिता ओमप्रकाश तापड़िया भीलवाड़ा का हिस्ट्रीशीटर था। जिसकी मृत्यु हो चुकी है। युवक की हत्या की सूचना मिलते ही हिंदू सगंठन सहित कई संगठनों के नेता जिला अस्पताल में एकत्रित हो गए। इनमें भीलवाड़ा शहर विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी, भाजपा जिला अध्यक्ष लादू लाल तेली, नगर परिषद सभापति राकेश पाठक शामिल रहे।
शव उठाने से किया इंकार
मारे गए युवक के मामा महेश खोतानी ने न्याय की मांग की है। उन्होंने कहा कि सभी हमलावरों की गिरफ्तारी नहीं होने तक वो शव नहीं उठाएंगे। विभिन्न संगठनों ने भी हत्या की निंदा की है और जिला प्रशासन को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है।
50 लाख रुपये मुआवजे की मांग
हत्या के विरोध में भाजपा ने घटना की निंदा करते हुए हमलावरों की गिरफ्तारी और मुआवजे की मांग उठाई है। उन्होंने मांग उठाई कि जब तक परिवार की मांग के अनुसार 50 लाख रुपये मुआवजा नहीं दिया जाएगा, तब तक शव को नहीं उठाया जाएगा। इसके साथ ही भीलवाड़ा को बंद रख जाएगा।