छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
बिलासपुर 27 जुलाई 2020। गोबर बेचने वाले पशु पालको को पहला भुगतान 5 अगस्त तक किया जायेगा। कलेक्टर डाॅ. सारांश मित्तर ने आज जिले में गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा करते हुए यह निर्देश दिया।मंथन सभा कक्ष में आयोजित बैठक में कलेक्टर ने गोधन न्याय योजना के जिले में सफल क्रियान्वयन के लिए सबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये। कलेक्टर ने बताया कि गोबर विक्रेता पशु पालको, खाद बनाने वाले स्व सहायता समूहों और गौठान समितियों का पंजीयन सहकारी समितियों में किया जाना है। सभी गोठान समितियों के खाते सहकारी बैंक में अनिवार्य रूप से खोलने का निर्देश दिया गया है। समिति के खाते से विक्रेता को गोबर की राशि ऑनलाईन हस्तांतरित की जायेगी। कलेक्टर ने जिला सहकारी बैंक के अधिकारी को सभी बैंक शाखा प्रबंधकों और समिति प्रबंधकों की बैठक लेेकर इस संबध में विस्तृत निर्देश देने कहा।
गोठान में क्रय किये गये गोबर से स्व सहायता समूहों द्वारा वर्मी कम्पोस्ट खाद तैयार किया जायेगा। इसके लिए समूहों को प्रशिक्षित करने के निर्देश दिये। तैयार वर्मी कम्पोस्ट का गुणवत्ता परीक्षण किया जायेगा। इसके लिए कृषि विभाग के अधिकारी को आवश्यक व्यवस्था बनाने के निर्देश दिये। तैयार खाद की जानकारी सबंधित सहकारी समिति में दी जाएगी। गोठान में तैयार किये गये वर्मी कम्पोस्ट गोठान में ही स्टाॅक किये जायेंगे। सहकारी समिति के माध्यम से वर्मी कम्पोस्ट खाद की ब्रिकी होगी। सहकारी समिति में बिक्री का हिसाब किताब रखा जायेगा।
कलेक्टर ने बताया कि कोई भी व्यक्ति, शासकीय-अशासकीय संस्था गोठान में उत्पादित वर्मी कम्पोस्ट सहकारी समिति के माध्यम से अग्रिम भुगतान कर खरीद सकता है। ऋणी किसान वर्मी कम्पोस्ट को वस्तु ऋण के रूप में ले सकते है एवं उस पर अनुदान का लाभ भी प्राप्त कर सकते है। कृषि, उद्यानिकी, वन विभाग, द्वारा इस खाद की खरीदी अनिवार्य रूप से की जायेगी।
गोधन न्याय योजना शुरू होने के पश्चात जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के गोठानों से अब तक 2 रूपए किलो के दर से 329 क्विंटल गोबर पशु पालकों से खरीदा गया है। कलेक्टर ने गोबर को गोठानों में सुरक्षित रखने के लिए सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
कलेक्टर ने बैठक में जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से कहा कि जिन गांव में अभी गोठान नहीं बने है वहां उपलब्ध गोचर भूमि में अस्थायी घेरा बनाकर गायों को रखे और चरवाहों की व्यवस्था करे। गायों के लिए हरा चारा और पानी की व्यवस्था भी करने कहा।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गजेन्द्र सिंह ठाकुर, नगर निगम आयुक्त प्रभाकर पांडेय, संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।