छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 31 दिसंबर 2021। संसदीय समितियों की बैठकों में सांसदों की उपस्थिति की दर क्या है? राज्यसभा अध्यक्ष वेंकैया नायडू ने सांसदों की इन बैठकों में हाजिरी से संबंधित रिपोर्ट मांगी है। सांसदों को इस बैठक में आने के लिए विशेष भत्ता दिया जाता है। इसके तहत जो भी सांसद इस बैठक में आते हैं उनके एयर टिकट का 25 फीसदी हिस्सा वहन किया जाता है। राज्यसभा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राज्यसभा सचिवालय को इससे संबंधित रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा गया है।
राज्यसभा अध्यक्ष ने सचिवालय से कहा है कि जब से यह वेतन दिया जा रहा है तब से सांसदों की उपस्थिति की दर कितनी रही है इसका पता लगाया जाए। इसका मकसद भत्ते की फिर से समीक्षा किया जाना नहीं है बल्कि यह रिपोर्ट इसलिए तैयार की जा रही है ताकि इन बैठकों में सांसदों की उपस्थिति को बढ़ाया जा सके। बता दें कि संसदीय समिति और हाउस पैनल की बैठकों में आने के लिए सांसदों को 2000 रुपया दैनिक भत्ता मिलता है। इसके अलावा उन्हें उनके एयर टिकट का 25 फीसदी पैसा भी भत्ते के तौर पर दिया जाता है। दिवंगत पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विशेष भत्ता दिये जाने का रास्ता साल 2018 में साफ किया था। 22 दिसंबर को संसद के शीतकालीन संत्र के खत्म होने के बाद राज्यसभा में मौजूद सांसदों और अध्यक्ष के बीच संसदीय कमेटी में सांसदों की कम उपस्थिति को लेकर चर्चा हुई थी।
21 दिसंबर को लोकसभा स्पीकर और पैनल अध्यक्षों के बीच भी सांसदों की उपस्थिति को लेकर बैठक हुई थी। लोकसभा स्पीकर और स्टैंडिंग कमेटी से संबंधित 16 विभागों के अध्यक्षों के साथ बैठक में कुछ नेताओं ने कहा था कि सांसदों की कम से कम 10 सांसदों की उपस्थिति को सभी बैठकों में आवश्यक नहीं किया जाना चाहिए। कम से कम तीन अध्यक्षों ने सलाह दी थी कि इस कोरम (सांसदों की उपस्थिति) की जरूरत किसी रिपोर्ट को तैयार करने में पड़ती है। राज्यसभा अध्यक्ष वेंकैया नायडू ने नेताओं से कहा है कि राज्यसभा की आठ कमेटियों की बैठकों में उपस्थित रहने वालों पर वो बारिकी से नजर रख रहे हैं। यह कमेटी संसद के संचालन में काफी अहम रोल निभाती है।