छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
लखनऊ 09 अक्टूबर 2021। लखीमपुर हिंसा मामले में केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा ‘तेनी’ के बेटे आशीष मिश्रा ने जैसे ही उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा पूछताछ के लिए जारी समन का जवाब दिया, पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने शनिवार को अपना अनशन समाप्त कर दिया। आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सिद्धू ने 3 अक्टूबर की हिंसा में मारे गए दिवंगत पत्रकार रमन कश्यप के लखीमपुर आवास पर शुक्रवार को मौन धारण कर लिया था। तिकुनिया कांड को लेकर खीर पहुंचे सिद्धू ने घटना के मुख्य आरोपी गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी तक मौन भी धारण कर लिया था। पहले वह कुछ देर बैठे रहे और बाद में टिन शेड के नीचे तख्त पर लेट गए और आंखें बंद कर लीं। सिद्धू को मनाने में अफसर लगे रहे।
शुक्रवार शाम करीब पौने छह बजे पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, वहां की कांग्रेस सरकार के लोक निर्माण मंत्री विजय इंदर सिंगला, चार विधायकों राजकुमार चब्बेवाल, कुलजीत सिंह नागरा, रविंदर सिंह और मदनलाल जलालपुर, पटियाला जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष गुरदीप सिंह पटियाला, कोषाध्यक्ष गौरव संधू और अपने ओएसडी सुमित सिंह के साथ रमन कश्यप के घर पहुंचे। करीब बीस मिनट घर के कमरे में रमन की पत्नी, माता-पिता और भाइयों से बात करके घटना व हालात की जानकारी ली। उनको सांत्वना देकर पूरी मदद का आश्वासन दिया। घर के बाहर निकलते ही वह बाहर पड़े टिनशेड के नीचे पड़े तख्त पर धरना देकर बैठ गए। उन्होंने घोषणा की कि तिकुनिया मामले में गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के इस्तीफे और उनके बेटे आशीष मिश्र मोनू की गिरफ्तारी होने तक वह अब मौन अनशन कर यहीं बैठे रहेंगे। यह सुनकर वहां मौजूद अफसरों के हाथ-पैर फूल गए। मौके पर लगाए गए लखनऊ के आईपीएस अफसर सुनील कुमार सिंह, गोला एसडीएम अखिलेश यादव और निघासन एसडीएम ओमप्रकाश गुप्ता सिद्धू को मनाने में जुटे रहे लेकिन वह नहीं माने।
इसके बाद वह उसी तख्त पर लेट गए। घरवालों ने उनके लिए बिस्तर आदि बिछाकर पंखा लगा दिया। उनके बाकी साथी भी वहीं कुर्सियां डालकर बैठे रहे। करीब साढ़े छह बजे सीडीओ अनिल सिंह भी मौके पर पहुंचे।
उठकर बैठे और लिखकर कहा : नहीं हटूंगा
इस बीच सिद्धू से वार्ता करने सीडीओ अनिल सिंह पहुंच गए। उनसे भी सिद्धू ने कोई बात नहीं की। इस पर प्रशासन ने पत्रकार रमन के भाई पवन को बुलाया और सिद्धू से वार्ता करने को कहा। पवन सिद्धू के पास गए तो वह उठकर बैठ गए। एक डायरी मांगी। डायरी पर लिखकर कहा कि गिरफ्तारी होने तक पीछे नहीं हटूंगा। पवन ने कागज अफसरों को दिखाया। इस बीच सिद्धू के अनशन की खबर पर तमाम कांग्रेसी निघासन में जुटने लगे। प्रशासन ने रमन के घर का गेट बंद कर लिया। बाहर भी फोर्स बढ़ा दी।