छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 02 अक्टूबर 2021। भारतीय सेना प्रमुख एमएम नरवणे दो दिन के दौरे पर लद्दाख पहुंचे हुए हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर हालात नियंत्रण में है। भारत और चीन के बीच सीमा पर घटनाएं तब तक होती रहेंगी जब तक दोनों देशों के बीच सीमा समझौता नहीं हो जाता। चीन के साथ पिछले एक साल से बातचीत चल रही है और बातचीत के जरिए ही दोनों देशों के बीच जारी विवाद को सुलझाया जा सकता है। सेना प्रमुख नरवणे ने कहा कि फरवरी से जून के आखिरी तक पाक सेना द्वारा कोई संघर्ष विराम उल्लंघन नहीं किया गया था, लेकिन हाल ही में घुसपैठ की कोशिशें तेज हुई हैं। पिछले 10 दिनों में दो बार फिर से सीजफायर का उल्लंघन किया जा चुका है। फरवरी से पहले वाली स्थिति फिर से बनती दिख रही है। हालांकि, भारतीय सेना हर चुनौती को जवाब देने के लिए तैयार है।
अफगानिस्तान पर भारत की नजर
लद्दाख दौरे के दौरान सेना प्रमुख नरवणे ने कहा कि हम नियमित रूप से अफगानिस्तान की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। भारतीय सेना अफगानिस्तान पर तालिबानी हुकूमतों के बाद संभावित प्रभावों और नतीजों की निगरानी कर रही है। हालांकि, अभी इसपर कुछ भी बोलना जल्दीबाजी होगी। दरअसल, अफगानिस्तान में तालिबानी राज के बाद पाकिस्तान की मदद से तालिबान अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर उत्पात मचाने में लगा है। खुफिया एजेंसियों को मिली रिपोर्ट्स के आधार पर बताया गया है कि तालिबान पाकिस्तान की मदद से जम्मू-कश्मीर में बड़ी घटनाओं को अंजाम दे सकता है। इसे देखते हुए भारतीय सेना भी हर चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार है। सेना प्रमुख मनोज नरवणे का यह लद्दाख दौरा हालात का जायजा लेने के लिए हुआ है।
ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी काम करेंगी बंदूकें
सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे ने K-9 वज्र स्व-चालित तोपखाने के प्रदर्शन पर बोलते हुए कहा कि हमने अब एक पूरी रेजिमेंट तैयार कर ली है, फील्ड परीक्षण बेहद सफल रहे। ये बंदूकें ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी काम कर सकती हैं।