सरकारी स्कूलों में नर्सरी से लेकर 12वीं तक 45 मिनट लगेगी देशभक्ति की क्लास
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 29 सितम्बर 2021। दिल्ली के स्कूलों में मंगलवार से देशभक्ति पाठ्यक्रम की शुरुआत की गई. दिल्ली के सभी सरकारी स्कूलों में बच्चों को देश से प्यार करना सिखाया जाएगा. उन्हें राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारियां बताई जाएंगी.दिल्ली के सरकारी स्कूलों में नर्सरी से लेकर 12वीं तक देशभक्ति की क्लास 45 मिनट तक लगेगी. दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की अगुआई वाली आम आदमी पार्टी सरकार छात्रों में देशभक्ति की भावना जगाने और उन्हें अपने राष्ट्र के लिए गर्व महसूस करने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से मंगलवार से अपना देशभक्ति पाठ्यक्रम लॉन्च किया. केजरीवाल ने देशभक्ति पाठ्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि ऐसा माहौल बनाने की जरूरत है जहां लोग 24 घंटे देशभक्ति की भावनाओं का अनुभव करें, न कि केवल देशभक्ति की फिल्में देखने या राष्ट्रगान गाने पर. उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रम छात्रों में ऐसी भावना पैदा करने का काम करेगा. केजरीवाल ने कहा, “देशभक्ति पाठ्यक्रम भारत की प्रगति यात्रा में मील का पत्थर साबित होगा, जो बच्चों में कम उम्र से ही देशभक्ति की भावना जगाएगा, जिससे वे सच्चे देशभक्त बनेंगे जो नौकरियों में अपने देश के प्रति सच्चे रहेंगे” पैसा नहीं, देश पहले केजरीवाल ने दिल्ली के सरकारी स्कूल के सैकड़ों शिक्षकों और छात्रों की मौजूदगी में छत्रसाल स्टेडियम में कहा, “इस पाठ्यक्रम के साथ, हम ना केवल डॉक्टर, इंजीनियर, वकील और अन्य पेशेवर तैयार करेंगे, बल्कि हम एक देशभक्त डॉक्टर, एक देशभक्त इंजीनियर और एक देशभक्त वकील तैयार करेंगे, जो अपने देश को सबसे पहले रखेंगे. वे अब मनी फैक्टर से प्रेरित नहीं होंगे. इसके बजाय, वे वही करेंगे जो उनके देश और देशवासियों के लिए सबसे अच्छा है” क्या है देशभक्ति पाठ्यक्रम दिल्ली सरकार का कहना है कि देशभक्ति पाठ्यक्रम के लिए कोई परीक्षा नहीं होगी और पाठ्यक्रम में ऐसा कुछ नहीं होगा जिसे छात्रों से रटने को कहा जाएगा।
स्कूली छात्रों को पाठ्यक्रम के जरिए राष्ट्र के प्रति उनकी जिम्मेदारियों और कर्तव्यों के बारे में बताया जाएगा. पाठ्यक्रम के जरिए बच्चों से चर्चा की जाएगी कि वे कैसे इसमें योगदान दे सकते हैं. इसके अलावा 45 मिनट की कक्षा के पांच मिनट ‘देशभक्ति ध्यान’ के लिए समर्पित होंगे, जिसके दौरान छात्र दैनिक आधार पर किसी भी पांच स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में विचार करेंगे. देखें: उच्च शिक्षा में आगे बढ़ रही हैं लड़कियां शिक्षा से देशभक्त बनेंगे बच्चे छात्रों को पाठ्यक्रम में स्वतंत्रता और राष्ट्र के गौरव की कहानियां सुनाई जाएंगी. शिक्षण पद्धति गतिविधियों पर आधारित होगी जैसे कि ”देशभक्ति डायरी”, ”देशभक्ति ध्यान”, ”झंडा दिवस” और समूह चर्चा में भाग लेना आदि. केजरीवाल ने कहा, “पिछले 74 साल में हमने अपने स्कूलों में फिजिक्स, केमेस्ट्री, मैथ्स तो पढ़ाए लेकिन बच्चों को देशभक्ति नहीं सिखाई, मुझे खुशी है कि आज दिल्ली सरकार ने ये शुरुआत की है. देशभक्ति पाठ्यक्रम के माध्यम से अब दिल्ली के सभी सरकारी स्कूलों में बच्चों को अपने देश से प्यार करना सिखाया जाएगा” केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार पाठ्यक्रम विकसित करने में एक “छोटी शुरुआत” कर रही है और यह जल्द ही “पूरे देश में फैल जाएगी” नए पाठ्यक्रम के बारे में दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया का कहना है, “हम इस पाठ्यक्रम को एक वर्ष में 100 स्वतंत्रता सेनानियों की कहानियों के साथ शुरू कर रहे हैं. जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होगा, वह लगभग 700- 800 ऐसे लोग, जिन्होंने अपने देश और अपने साथी देशवासियों के लिए उल्लेखनीय काम किया उनके बारे में जान पाएंगे” मुख्यमंत्री केजरीवाल ने 2019 में 73वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में देशभक्ति पाठ्यक्रम योजना की घोषणा की थी. पाठ्यक्रम दिल्ली सरकार के स्कूल के शिक्षकों, गैर सरकारी संगठनों की भागीदारों और विशेषज्ञों के सुझावों के साथ तैयार किया गया है।