छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
रायपुर 03 अगस्त 2021। छत्तीसगढ़ में महामारी की दूसरी लहर के बाद कक्षा 10वीं और 12वीं के सरकारी और निजी स्कूलों को आज से 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ शुरू किया जा रहा है। हालांकि राज्य सरकार के इस फैसले का बच्चों के माता-पिता ने विरोध किया है।गौरतलब है कि महामारी की दूसरी लहर के कारण देश के अन्य राज्यों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ में भी स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थान बंद किए गए थे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में हाल ही में हुई कैबिनेट की बैठक के दौरान सोमवार से स्कूलों को फिर से खोलने का निर्णय लिया गया था। एक आधिकारिक आदेश के अनुसार, बघेल सरकार ने कहा है कि पिछले सात दिनों में एक प्रतिशत की पॉजिटिव रेट वाले वाले जिलों में स्कूल फिर से खुलेंगे। राज्य सरकार ने कक्षा 1, 5 और 8 की कक्षाओं के छात्रों के लिए कुछ शर्तों के साथ ऑफलाइन कक्षाओं को फिर से शुरू करने की अनुमति दी है। आधिकारिक आदेश के अनुसार, राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में छात्रों की ऑफलाइन कक्षाएं शुरू करने के लिए संबंधित ग्राम पंचायतों और स्कूलों की अभिभावक समितियों से अनुशंसा प्राप्त करना आवश्यक है।
छत्तीसगढ़ में अभिभावक संघ ने छात्रों के लिए ऑफ़लाइन कक्षाएं फिर से शुरू करने पर असंतोष व्यक्त किया है। बच्चों के माता-पिता ने यह आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने निजी स्कूल मालिकों को लाभ पहुंचाने के लिए जल्दबाजी में यह निर्णय लिया गया है। वैज्ञानिकों के अनुसार, कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर अगस्त में आने की संभावना है। छत्तीसगढ़ अभिभावक संघ के अध्यक्ष क्रिस्टोफर पॉल ने यह भी कहा कि मॉनसून का मौसम बच्चों में वायरल बीमारी का कारण बनता है और सरकार को अभी और इंतजार करना चाहिए था। माता पिता ने राज्य सरकार से लिए गए फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है।