छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
मुंबई 19 मई 2021। ताउते तूफान के ताडंव के बीच मुंबई से 175 किलोमीटर दूर समुद्र में बार्ज पी-305 पर फंसे 273 लोगों में से 184 को नौसेना के बहादुर जवानों ने बचा लिया गया है। 14 लोगों के शव बरामद किए गए हैं। जबकि 89 लोग अब भी लापता हैं, जिन्हें बचाने के लिए राहत व तलाश अभियान जारी है। नौसेना ने बुधवार को बयान जारी यह जानकारी दी।
नौसेना की ओर से बुधवार को बताया गया कि बेहद खराब मौसम से जूझते हुए उसके जवानों ने बार्ज पी305 पर मौजूद 273 लोगों में से अब तक 184 को बचा लिया है। वहीं 14 शव भी बरामद किए हैं, जबकि 89 लोग अभी लातपा हैं, जिन्हें बचाने के लिए तलाशी अभियान जारी है। नौसेना ने बताया कि दो अन्य बार्ज तथा एक ऑयल रिग पर मौजूद सभी लोग सुरक्षित हैं। बता दें कि ये बार्ज चक्रवात ताउते के गुजरात तट से टकराने से कुछ घंटे पहले मुंबई के पास अरब सागर में फंस गए थे।
नौसेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि बुधवार सुबह तक पी305 पर मौजूद 184 कर्मियों को बचा लिया गया है। आईएनएस कोच्चि और आईएनएस कोलकाता इन लोगों को लेकर मुंबई बंदरगाह लौट रहे हैं। प्रवक्ता ने कहा कि आईएनएस तेग, आईएनएस बेतवा, आईएनएस ब्यास, पी81 विमान और हेलीकॉप्टरों की मदद से लापता लोगों को ढूढ़ने के लिए तलाश एवं बचाव अभियान जारी है।
भावनगर पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी, गुजरात में ताउते से हुए नुकसान का लेंगे जायजा
चक्रवात ‘‘ताउते’’ से गुजरात में हुए जान और माल के नुकसान का जायजा लेने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को भावनगर पहुंचे जहां मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने उनका स्वागत किया। रूपाणी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भावनगर पहुंच गए हैं। वह चक्रवात ताउते से प्रभावित अमरेली, गिर सोमनाथ और भावनगर जिलों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे।’’
प्रभावित इलाकों का मुआयना करने के बाद प्रधानमंत्री अहमदाबाद में एक बैठक भी करेंगे जिसमें मुख्यमंत्री के अलावा उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे। गुजरात में चक्रवाती तूफान के कारण तटीय इलाकों में भारी नुकसान हुआ, बिजली के खंभे तथा पेड़ उखड़ गए तथा कई घरों व सड़कों को भी नुकसान पहुंचा। इस दौरान हुई घटनाओं में करीब 13 लोगों की मौत भी हुई है।
चक्रवाती तूफान के कारण 200 से अधिक तालुकाओं में बारिश हुई। एहतियाती तौर पर राज्य सरकार ने पहले ही दो लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया था। मौसम विभाग ने कहा कि ताउते गुजरात के तट से “बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान” के तौर पर आधी रात के करीब गुजरा और धीरे-धीरे कमजोर होकर “गंभीर चक्रवाती तूफान” और बाद में और कमजोर होकर अब “चक्रवाती तूफान” में बदल गया है।
रुपाणी ने मंगलवार को कहा था कि 16000 से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचा, 40 हजार से ज्यादा पेड़ और 70 हजार से ज्यादा बिजली के खंभे उखड़ गए जबकि 5951 गांवों में बिजली चली गई। यह राज्य में आया, अब तक का सबसे भयावह चक्रवात बताया जा रहा है।