
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
मुंबई 13 मार्च 2025। राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने बुधवार को आदिवासी बहुल गढ़चिरौली में खनन गतिविधियों और वनों की सुरक्षा के साथ-साथ आदिवासियों के हितों की रक्षा के बीच संतुलन बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने राज्य सरकार और राजनीतिक नेताओं से इस समस्या का समाधान खोजने की अपील की।
गढ़चिरौली में विकास को लेकर उठ रहे सवाल
शरद पवार ने एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि गढ़चिरौली में विकास को लेकर कुछ सवाल उठ रहे हैं। यह सच है कि सुरजागढ़ या जिंदल परियोजना का क्षेत्र स्टील के कच्चे माल के लिए अच्छा है, लेकिन खनन के अपने दुष्प्रभाव भी हैं। मुझे लगता है कि राज्य सरकार, स्थानीय नेता और हम जैसे नेता इसका समाधान निकाल सकते हैं।
समारोह में अभय बंग-रानी बंग को किया सम्मानित
इस समारोह में कार्यकर्ता और सामुदायिक स्वास्थ्य शोधकर्ता अभय बंग और रानी बंग को यशवंतराव चव्हाण राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह डॉक्टर दंपती गढ़चिरौली जिले में आदिवासी समुदाय के लिए उनके काम के लिए जाने जाते हैं। रानी बंग स्वास्थ्य कारणों से कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाईं।
कार्यक्रम के दौरान, अभय बंग ने गढ़चिरौली में वनों, जंगली जानवरों और आदिवासी आबादी पर लौह अयस्क खनन गतिविधियों के प्रभाव का मुद्दा उठाया।
उच्च गुणवत्ता वाला अयस्क देश के लिए महत्वपूर्ण
इस पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘यह उच्च गुणवत्ता वाला अयस्क देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, और हमें इसे ध्यान में रखकर समाधान निकालने के लिए विचार-विमर्श करना चाहिए।’
महाराष्ट्र में मानव-पशु संघर्ष बढ़ा
पवार ने आगे कहा कि महाराष्ट्र में बाघों की संख्या सबसे अधिक है, और मनुष्य ने उनके आवास पर अतिक्रमण किया है, जिससे मानव-पशु संघर्ष बढ़ा है।