
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
पलामू 11 मार्च 2025। झारखंड के पलामू में पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गैंगस्टर अमन साव मारा गया। जानकारी के मुताबिक, पलामू जिले में मंगलवार को पुलिस हिरासत से गैंगस्टर अमन साओ को छुड़ाने की कोशिश की गई। इस दौरान उसके गिरोह के सदस्यों के साथ पुलिस की जमकर मुठभेड़ हुई। इसी गोलीबारी में अमन मारा गया। अधिकारियों ने बताया कि घटना राज्य के पुलिस महानिदेशक अनुराग गुप्ता के उस बयान के एक दिन बाद हुई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि झारखंड में अधिकांश अपराध की साजिशें जेलों के अंदर रची जाती हैं और अपराधी गिरोहों की मदद से उन्हें अंजाम दिया जाता है।
यहां समझिए पूरी घटना
अधिकारियों के मुताबिक, मुठभेड़ मंगलवार सुबह उस समय हुई, जब 150 से अधिक मामलों में आरोपी और कुछ मामलों में दोषी ठहराए गए गैंगस्टर को पड़ोसी छत्तीसगढ़ की रायपुर जेल से रांची लाया जा रहा था। मेदिनीनगर के उपमंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) मणिभूषण प्रसाद ने बताया कि अचानक साओ के गिरोह के सदस्यों ने उस वाहन पर हमला कर दिया, जिसमें उसे लाया जा रहा था। रामगढ़ थाना क्षेत्र के अंधेरीटोला के पास अमन पुलिस की गिरफ्त से छुड़ाने का प्रयास किया गया। इसके बाद गोलीबारी हुई, जिसमें साओ मारा गया। गोलीबारी में एक अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हुआ है।
डीजीपी के बयान के बाद एक दिन बाद मुठभेड़
झारखंड के डीजीपी गुप्ता ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि अमन साओ उर्फ अमन साहू को रायपुर से रांची लाया जा रहा था। आईजी ऑपरेशन अमोल होमकर मौके पर पहुंच गए हैं। इससे पहले डीजीपी ने सोमवार को कहा था कि तीन गैंगस्टर- विकास तिवारी, अमन श्रीवास्तव और अमन साओ जेलों के अंदर से अपना काम चला रहे हैं। इसकी जांच के तहत सिमडेगा और हजारीबाग जेलों में छापेमारी की गई है।