बॉण्ड को 10 वर्ष के लिए 8.5 फीसदी ओवन दर हुआ प्राप्त
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
लखनऊ 02 दिसम्बर 2020। उत्तर प्रदेश के लखनऊ नगर निगम के म्युनिसिपल बॉन्ड की बुधवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में लिस्टिंग हो गई। उत्तर भारत के किसी नगर निगम द्वारा पहली बार किए गए इस प्रयास को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक नए युग की शुरुआत कहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आबादी के लिहाज से देश का सबसे बड़ा प्रदेश और तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का राज्य उत्तर प्रदेश अपने नागरिकों के जीवन स्तर में विकास, उन्हें विकास के लिए हर जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में सतत काम कर रहा है।
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की राष्ट्रीय स्तर की हालिया रैंकिंग में उत्तर प्रदेश ने पिछले वर्ष के प्रदर्शन से आगे निकलते हुए द्वितीय स्थान प्राप्त किया है। यह रैंकिंग निवेशकों, उद्यमियों और उद्योग जगत के विश्वास का ही प्रमाण है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश ‘आत्मनिर्भर भारत’ के संकल्प को साकार करने की धुरी बनेगा।
बुधवार को बीएसई के हेरिटेज हॉल में आयोजित ‘रिंगिंग बेल सेरेमनी’ में मुख्यमंत्री ने परंपरानुसार बेल बजाकर लखनऊ नगर निगम का म्युनिसिपल बॉन्ड जारी किया। सीएम योगी ने इस मौके पर कहा कि कोरोना के इस कालखंड में, लखनऊ नगर निगम द्वारा 200 करोड़ रुपये के म्युनिसिपल बॉन्ड की लिस्टिंग के साथ ‘आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ेगा।
निगम का यह प्रयास न केवल लखनऊ वासियों को बेहतर अवस्थापना सुविधाएं देने के लिए वित्तीय जरूरतों को पूरा करने वाला होगा, बल्कि उत्तर प्रदेश के अन्य नगर निगमों को भी इस दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित करेगा। तमाम उद्यमियों, निवेशकों, बीएसई के अधिकारियों व अनेक गणमान्य जनों की मौजूदगी में मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि लखनऊ के बाद अब अतिशीघ्र गाजियाबाद नगर निगम भी बीएसई में अपने म्युनिसिपल बांड की लिस्टिंग कराएगा।
बॉण्ड को 10 वर्ष के लिए 8.5 फीसदी ओवन दर प्राप्त हुआ
सीएम योगी ने कहा कि निवेशकों की रुचि के कारण ही इस बॉण्ड को 10 वर्ष के लिए 8.5 फीसदी ओवन दर प्राप्त हुआ है। यह उत्साहवर्धक है। साढ़े चार गुना अधिक ओवर सब्सक्रिप्शन मिलना, शानदार है। यह हमें और बेहतर करने को प्रेरित करेगा।
उन्होंने कहा कि नगर निगमों की कार्यपद्धति में आमूल चूल परिवर्तन के लिए आज का कार्यक्रम महत्वपूर्ण है। लखनऊ नगर निगम का यह म्युनिसिपल बॉण्ड, न केवल यूपी में नगर निगमों की कार्यप्रणाली में आवश्यक सुधार का प्रतीक है, बल्कि जनता के प्रति नगरीय निकायों की प्रतिबद्धता का परिचायक भी है। बॉण्ड के माध्यम से निकायों में प्रशासनिक और वित्तीय सम्भव हो सकेंगे।