छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
बिलासपुर/अम्बिकापुर। कामरेड गुलाब सिंह कंवर पेशा क़ानून निगरानी समीति की अध्यक्ष की अध्यक्षता में आयोजित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के शताब्दी समारोह के मुख्य वक्ता भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सहायक राज्य सचिव एवं राष्ट्रीय परिषद के सदस्य कामरेड हरिद्वार सिंह ने रुसी क्रान्ति के बाद देश एवं दुनिया में तेज़ी से परिस्थितियां बदली और मेहनतकश जनता को एक उम्मीद की कीरण दिखाई दी सम्राज्यबाद के खिलाफ भारत में भी एक माहौल दिखायी देने लगा 1917 रुषी क्रांति का ही व्यापक प्रभाव था न कि भारत में आज़ादी के आंदोलन तेज हुआ है सहित भगत सिंह अशफाक उल्ला ख़ान है ठाकुर रौशन सिंह चंद्रशेखर आज़ाद जैसे क्रांतिकारी देश की आज़ादी के आज़ादी बेलिबेदी पर न्योछावर होने के लिए तैयार थे आज तक इसके पूर्व भी विद्रोह देश के विभिन्न हिस्से में हो रहा था ऐसी परिस्थिति में शोषणबिहिन समाज बनाने के लिए छब्बीस दिसंबर 19,25 को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के स्थापना की गई तमाम उतार चढ़ाव से गुजरते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी सौवें वर्ष में प्रवेश कर लिया है अपने सौ वर्ष के इतिहास में आज़ादी की लड़ाई से लेकर हर मोर्चे पर बहादुरी कम्युनिस्ट पार्टी ने लड़ाई लड़ी है और देश के तरक्की में योगदान दिया है।
निज़ाम हैदराबाद के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष में 4 हज़ार कम्युनिस्ट मारे गये थे क्राकरी डकैती कान्ड,कानपुर षड्यन्त्र,मेरठ षड्यन्त्र में कम्युनिस्टों को ही फांसी और सजा हुई कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व में मज़दूरों,किसानों,छात्रों,लेखको को संगठित किया गया आज़ादी के बाद में महिलाओं एवं नौजवानों को संगठित कर उनके अधिकारों की लड़ाई कम्युनिस्ट पार्टी ने लड़ी आज़ादी के पूर्व एवं आज़ादी के बाद मेहनतकश के तमाम कानुन बनवाये भूमि सुधार बैंकों का राष्ट्रीयकरण सार्वजनिक क्षेत्र का निर्माण एवं सर्व धर्म सद्भाव के कम्युनिस्ट पार्टी ने क़ुर्बानी दी आज सौ वर्ष बाद भी कम्युनिस्ट पार्टी की प्रासंगिकता है सांम्प्रादायिकता के खिलाफ,मज़दूरों के अधिकारियों,किसानों के फसल की दोगुनी कीमत एवं महंगाई बेरोज़गारी के लिए निरन्तर संघर्ष भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी कर रही है हमें कम्युनिस्ट पार्टी को मज़बूत करने के लिए आगे आना चाहिए सभा को बरिष्ट कम्युनिस्ट पार्टी के नेता कामरेड बिजय सिंह ने कहा कि आज किसान चौतरफ़ा हमले का शिकार हो रहा है बीज ,खाद ,किटनाशक दवाई महँगी है सिंचाई का कोई समुचित व्यवस्था नहीं है दुसरी तरफ ओला अति बृष्टी से बचाये गये फसल की कीमत बहुत कम है दिल्ली बार्डर पर आंदोलन करते 700 किसानों ने शहादत दे दी किन्तु सरकार ने एक न सुनी स्वामीनाथन कमेटी के रिपोर्ट को लागू नहीं किया अभी भी किसान आत्महत्या करने को विवस है भा ज पा की सरकार देश बड़े पूंजीपति अडानी एवं अम्बानी को मालामाल एवं किसान, मज़दूरों को कंगाल बनाने में लगी है पूर्व ज़िला सचिव कामरेड संतोष केवट ने कहा कि कहने को तो मध्य प्रदेश सर्वाधिक आदिवासीयों वाला राज्य है किन्तु बनाधिकार क़ानून का पालन नहीं किया गया है संसद में गृहमंत्री अमित साह ने संबिधान निर्माता डाक्टर भीमराव अंबेडकर जी का मजाक उडाकर समुचे देश काअपमान किया है चार बर्णों की कल्पना करने वाले भाजपाई कभी भी किसानों मज़दूरों का उत्थान नहीं चाहते हैं हम मज़बूत संगठन बनाकर अपने नेताओं के भावना को आगे बढ़ायेंगे सभा को कामरेड रिषी तिवारी कामरेड उग्रभान मिश्रा ने भी संबोधित किया सभा में कामरेड महमूद कामरेड राजकुमार शर्मा कामरेड डी के साहु कामरेड रविभारती कामरेड ममता साहु कामरेड कन्हैया साहु कामरेड नवीन खान कामरेड शिवेन्द्र सिंह कामरेड रमेश कामरेड सत्रुघन सिंह एवं सैकड़ों लोग मौजूद थे सभा के अन्त में कामरेड गुलाब सिंह ने आभार के सभा को समाप्त किया सभा के प्रारम्भ मे झंडा रोहण एवं शहीद बेदी पर पुष्प चढाकर शहीदों का सम्मान किया गया सभी कार्यकर्ता गगनभेदी नारे लगा रहे थे।