छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 04 दिसंबर 2024। ग्रेटर नोएडा में दलित प्रेरणा स्थल से किसानों को हटाकर जेल भेजे जाने से नाराज भारतीय किसान यूनियन ने आज ग्रेटर नोएडा के जीरो पॉइंट पर महापंचायत बुलाई है। इसमें यूनियन के नेता राकेश टिकट के भी शामिल होने की बात कही गई थी। हालांकि उन्हें अलीगढ़ में ही पुलिस ने नोएडा जाने से रोक दिया। वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश से भारी संख्या में किसान एकत्र होकर नोएडा के लिए रवाना हुए। लेकिन पुलिस ने उन्हें नोएडा जाने से रोक दिया। मेरठ, मुजफ्फरनगर, बिजनाैर व सहारनपुर से निकले किसानों को पुलिस ने टोल पर ही रोक लिया। वहीं किसान टोल पर ही धरना देकर बैठ गए।
सिसाैली में पंचायत के बाद हुआ नोएडा कूच का एलान
दरअसल, यूनियन के पश्चिमी यूपी के अध्यक्ष पवन खटाना और संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं के साथ अन्य किसानों को जेल भेजने की खबर संगठनों के हाई कमान तक पहुंच गई। इसके बाद राकेश टिकैत ने सोशल मीडिया पर शाम 4:00 बजे सिसौली में सभी जिला अध्यक्षों समेत पदाधिकारियों की बैठक बुलाई। इस बैठक में विचार करने के बाद महापंचायत बुलाने का फैसला लिया गया। इसमें राकेश टिकैत, भाकियू पदाधिकारियों और जिला अध्यक्षों समेत अन्य किसान नेताओं के पहुंचने की बात कही गई।
पांच मंडल के किसानों को ग्रेटर नोएडा पहुंचने का आह्वान
संयुक्त किसान मोर्चा के हवन पर भागने प्रदेश के पांच मंडल सहारनपुर, मेरठ, अलीगढ़ आगरा और मुरादाबाद के किसानों के साथ आज ग्रेटर नोएडा कूच करने का एलान कर दिया था। मेरठ और सहारनपुर मंडल के किसान परतापुर में एकत्र होकर नोएडा जाने के लिए निकले तो उन्हें पुलिस ने रोक दिया। इस दौरान किस कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। वहीं पुलिस ने पश्चिमी यूपी के विभिन्न शहरों में बड़े किसान नेताओं को उनके घर पर और आवास पर ही नजर बंद कर दिया।
संगठन कमजोर हुआ तो कोई भी नहीं बचेगा
भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत का कहना है कि किसानों के सामने मुश्किल हालात हैं। खाद, बिजली, मजदूरी के रेट बढ़ रहे हैं। फसलों के उत्पादन में खर्च बढ़ गया है, लेकिन सरकार के मंत्री कह रहे हैं हर साल गन्ने की फसल के दाम नहीं बढ़ेंगे। किसान संगठन कमजोर हुआ तो कोई भी नहीं बचेगा। सभी को भेदभाव भुलाकर आंदोलन करना होगा। आंदोलन की कमजोरी किसानों की हार होगी। किसान भवन पर आयोजित पंचायत में नरेश टिकैत ने कहा कि 10 बीघा जमीन के मालिक को नाै बीघा जमीन का मुआवजा दिया जा रहा है। हाईवे, आवासीय कॉलोनी के नाम पर किसानों की महंगी जमीन छीनी जा रही है। भेदभावपूर्ण मुआवजा दिया जा रहा है।
मुजफ्फरनगर में भंगेला चेकपोस्ट पर रोके गए किसान
मुजफ्फरनगर में नोएडा के किसान आंदोलन में भाग लेने जा रहे किसानों को खतौली के भंगेला चेकपोस्ट पर पुलिस ने रोक लिया। नाराज किसान धरने पर बैठ गए। पुलिस के साथ धक्का-मुक्की हुई। दिल्ली-दून हाईवे पर जाम लग गया।
भाकियू जिलाध्यक्ष नवीन राठी के नेतृत्व में किसान भंगला पहुंचे। एसडीएम बुढ़ाना मोनालिसा जौहरी और सीओ खतौली रामाशीष यादव भी पुलिसबल के साथ पहुंच गए। किसानों को नोएडा जाने से रोक दिया। इस दौरान किसान हाईवे पर ही धरना देकर बैठ गए। किसानों का कहना था कि उन्हें नोएडा जाने से रोका जा रहा है। करीब आधे घंटे तक हंगामे के बाद पुलिस ने किसानों को आगे के लिए रवाना कर दिया।
नजीबाबाद में किसान नेताओं को घर पर किया नजर बंद
संयुक्त किसान मोर्चा के ग्रेटर नोएडा कूच आह्वान पर भारतीय किसान यूनियन टिकैत के नेताओं को पुलिस ने देर रात उनके घर पर ही नजर बंद कर दिया। किसानों नेताओं ने कहा कि किसानों का शोषण बर्दाश्त नहीं होगा नियोजित मांगों के आगे वह सरकार के किसी दबाव में नहीं आएंगे। भारतीय किसान यूनियन टिकैत के गांव चमरौला निवासी पश्चिमी उत्तर प्रदेश सचिव दिनेश कुमार, गांव सराय आलम निवासी ब्लॉक अध्यक्ष अवनीश कुमार और शहजादपुर निवासी अजय कुमार को मंगलवार की देर रात नांगल पुलिस ने उनके घरों पर नजर बंद कर दिया। रति लगभग एक बजे पुलिस ने किसान नेताओं को ग्रेटर नोएडा कूच करने के संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान के बाद नजरबंद किया।
किसान नेताओं ने कहा कि किसानों की न्यायोचित मांगों को दबाने के लिए सरकार द्वारा उन्हें धरना प्रदर्शन के लिए जाने से जबरन रोका जा रहा है।