इंडिया रिपोर्टर लाइव
इंफाल 01 जुलाई 2024। पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर से कई मौकों पर हिंसा की खबरें सामने आती हैं। इसे लेकर राज्य सरकार पर कई आरोप प्रत्यारोप लगते रहते हैं और मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह पर भी सवाल उठते हैं। राज्य में हिंसा को लेकर कई बार मुख्यमंत्री से इस्तीफा भी मांगा गया है। वहीं हाल ही में राज्य के कई विधायकों के अचानक दिल्ली जाने पर इस मुद्दे को और हवा मिली है।
मणिपुर मुश्किल दौर से गुजर रहा है- मुख्यमंत्री
वहीं अपने इस्तीफे की अटकलों पर मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने कहा, कि ऐसे महत्वपूर्ण समय में जब मणिपुर मुश्किल दौर से गुजर रहा है, हमें नेताओं के तौर पर पूरा भरोसा है और हमें लोगों को सही रास्ते पर लाना है। अगर हम रास्ते से भटक गए तो उनका नेतृत्व कौन करेगा? मणिपुर और भी अराजकता में फंस जाएगा।
‘मीडियाकर्मियों से अपील ऐसी भ्रामक खबरें न फैलाएं’
इस दौरान मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने कहा कि मैं सभी मीडियाकर्मियों से अपील करता हूं कि वे कोई भी अपुष्ट खबर और कोई भी सूचना सार्वजनिक न करें। जब कोई कहता है कि मैं मुख्यमंत्री पद छोड़ने जा रहे हैं, तो लोग घबराने लगते हैं। इसलिए, मुझे लगता है कि हमें ऐसी गलत सूचना नहीं फैलानी चाहिए।
एक साल से ज्यादा वक्त से मणिपुर में हिंसा जारी
बता दें कि मणिपुर में 3 मई 2023 को जातीय हिंसा भड़की थी। राज्य में फैली हिंसा में 200 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। मणिपुर हाईकोर्ट ने 27 मार्च 2023 के मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST) सूची में शामिल करने पर विचार करने का आदेश दिया था। जिसके बाद मणिपुर में जातीय हिंसा भड़क उठी थी। जिसके बाद से राज्य से लगातार हिंसक घटनाएं सामने आ रही है।