छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
कोलकाता 12 अप्रैल 2024। एनआईए ने बंगलूरू के रामेश्वरम कैफे में हुए विस्फोट मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार दोनों आरोपी बंगलूरू विस्फोट के मास्टरमाइंड बताए जा रहे हैं। ये गिरफ्तारी कोलकाता से हुई है, जिससे पश्चिम बंगाल में भाजपा और टीएमसी आमने-सामने आ गए हैं। भाजपा ने आरोप लगाया है कि बंगाल, आतंकियों के लिए पनाहगाह बन गया है। वहीं टीएमसी ने भी भाजपा पर पलटवार किया है।
भाजपा ने लगाए आरोप
भाजपा नेता और पश्चिम बंगाल भाजपा के सह-प्रभारी अमित मालवीय ने बंगलूरू विस्फोट के आरोपियों की गिरफ्तारी पर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया। इस पोस्ट में भाजपा नेता ने लिखा कि ‘एनआईए ने रामेश्वरम कैफे को दो मुख्य संदिग्धों को कोलकाता से गिरफ्तार किया है। जिनमें मुसाविर हुसैन शाजिब और अब्दुल मतीन अहमद ताहा शामिल हैं। दोनों आईएसआईएस की शिवमोगा या पश्चिम बंगाल सेल से जुड़े हो सकते हैं। दुर्भाग्य से ममता बनर्जी के कार्यकाल में बंगाल आतंकियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बन गया है।’
टीएमसी का पलटवार
भाजपा नेता के ट्वीट के कुछ ही देर बाद टीएमसी नेता कुणाल घोष ने दावा किया कि आरोपियों को बंगाल पुलिस की मदद से ही गिरफ्तार किया गया है। टीएमसी नेता ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि बंगलूरू विस्फोट मामले में बंगाल पुलिस ने अच्छा काम किया है। एनआईए ने भी बंगाल पुलिस की मदद को स्वीकारा है। किसी भी देश विरोधी ताकत के साथ सख्ती से निपटा जाएगा, लेकिन मैं भाजपा से पूछना चाहता हूं कि ये गिरफ्तारी कहां से हुई? कांथी से। हम सब जानते हैं कि भाजपा के किस नेता और उनके परिवार का वहां दबदबा है और कोंटाई से गैरकानूनी गतिविधियां चलाई जाती हैं। कांथी या कोंटाई भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी का क्षेत्र माना जाता है। टीएमसी नेता ने घटना की जांच की मांग की।
बंगाल पुलिस ने भी दी सफाई
बंगाल पुलिस ने भी भाजपा के आरोपों पर नाराजगी जताई और बताया कि बंगाल पुलिस और एनआईए के संयुक्त ऑपरेशन में ही दोनों आरोपियों को पकड़ा गया। पुलिस ने कहा कि राज्य कभी भी आतंकियों के लिए पनाहगाह नहीं बनेगा और हम लोगों को सुरक्षित रखने के लिए काम करते रहेंगे। एनआईए ने रामेश्वरम कैफे के दोनों आरोपियों को कोलकाता के बाहरी इलाके से गिरफ्तार किया है।