छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
भुवनेश्वर 21 नवंबर 2023। भारतीय फुटबॉल टीम 2026 फीफा विश्व कप क्वालिफायर के दूसरे दौर के मुकाबले में आज भुवनेश्वर में कतर के खिलाफ मैदान में उतरेगी। ग्रुप ए में भारत के सामने यह सबसे कठिन चुनौती है। ऐसे में टीम इंडिया के खिलाड़ियों से चमत्कारिक प्रदर्शन की उम्मीद है। क्वालिफायर के पहले मैच में कुवैत को 1-0 से हराने के बाद भारतीय टीम का हौसला बढ़ा हुआ है। भारत घरेलू मैदान पर कतर को कड़ी टक्कर देने की उम्मीद करेगा लेकिन मेहमान टीम प्रबल दावेदार के रूप में शुरुआत करेगी। भारतीय टीम ने चार साल पहले एशियाई चैंपियन कतर को गोलरहित ड्रॉ पर रोका था और इस मुकाबले में यह टीम के लिए प्रेरणा का काम करेगा। भारत ने 2022 विश्वकप के दूसरे दौर के क्वालिफायर में 10 सितंबर, 2019 को कतर को गोलरहित ड्रॉ पर रोककर फुटबॉल जगत को आश्चर्यचकित कर दिया था। कतर उस समय जबरदस्त फॉर्म में था और उसने 2019 की शुरुआत में एशिया कप का खिताब जीता था। उस मुकाबले में करिश्माई भारतीय कप्तान सुनील छेत्री अस्वस्थ होने के कारण मैदान पर नहीं उतरे थे लेकिन मंगलवार को कलिंगा स्टेडियम में वह अपना कौशल दिखाने के लिए उत्सुक होंगे।
भारत के कई खिलाड़ी चोटिल
सुनील छेत्री की मौजूदगी के बाद भी इस बात की संभावना कम है कि भारतीय टीम कतर से ज्यादा आक्रमण करेगी। अफगानिस्तान के खिलाफ चार गोल दागने वाले कतर के स्टार स्ट्राइकर अल्मोइज अली को रोकना भारतीय टीम के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी। अनवर अली की गैरमौजूदगी में भारतीय रक्षा पंक्ति पहले ही थोड़ी कमजोर है। भारतीय कोच इगोर स्टिमेच को इस अहम मुकाबले में अली के अलावा जैक्सन सिंह की भी सेवाएं नहीं मिलेगी। अली मोहन बागान के एएफसी कप के मैच के दौरान चोटिल हुए जबकि केरल ब्लास्टर के खिलाड़ी जैक्सन इंडियन सुपर लीग में मुंबई एफसी के खिलाफ मैच में चोटिल हो गए।
2027 एएफसी एशियाई कप पर भी नजर
मध्यपंक्ति में सहल अब्दुल समद और मनवीर सिंह पर कतर की अग्रिम पंक्ति की धार कुंद करने के साथ भारतीय अग्रिम पंक्ति के लिए मौके बनाने की चुनौती होगी। भारत और कतर के अलावा ग्रुप ए में कुवैत और अफगानिस्तान की टीमें हैं। ग्रुप में शीर्ष दो स्थान पर रहने वाली टीमें फीफा विश्व कप क्वालिफायर के तीसरे दौर के साथ 2027 एएफसी एशियाई कप के लिए अपनी जगह पक्की करेगी। भारतीय टीम फीफा विश्व कप क्वालिफायर के तीसरे दौर में एक बार भी नहीं पहुंची है और कुवैत पर टीम की 1-0 से जीत के बाद यह उम्मीदें जाग गई हैं।
गोलकीपर गुरप्रीत पर होगी बड़ी जिम्मेदारी
गोलकीपर गुरप्रीत सिंह ने 2019 में कतर के खिलाफ उस मैच में टीम का नेतृत्व किया था और कलिंगा स्टेडियम में कतर को गोल करने से रोकने का दारोमदार एक बार फिर से उन पर होगा। विश्व रैंकिंग में 61 वें स्थान पर काबिज कतर ने दोहा में 16 नवंबर को अपने शुरुआती मुकाबले में अफगानिस्तान को 8-1 के बड़े अंतर से रौंदा है। टीम की कोशिश भारत के खिलाफ इस लय को जारी रखने की होगी।
भारत बनाम कतर हेड टू हेड
भारत और कतर के बीच अब तक तीन मुकाबले खेले गए हैं। कतर ने दो मैच अपने नाम किए हैं। एक मुकाबला ड्रॉ रहा है।