छत्तीसगढ़ रिपोर्टर / मो . साजिद खान
एमसीबी ( सरगुजा) — भाजपा और कांग्रेस दोनो के ही पदाधिकारियों द्वारा खडगवां ब्लाक के ग्राम मंगोरा में दो सडकों का उल्लेख करते हुए कलेक्टर को दिए पत्र में बताया कि एक सडक बनी ही नही, उसी सडक की राशि में गबन करने का आरोप ठेकेदार, पीडब्ल्यूडी इंजीनियर और संबंधित अधिकारियों पर लगाया गया है। बताया गया कि टेंडर प्रकिया के तहत यह दोनों सडकें मुख्यमंत्री सुगम योजना की है।
अब सवाल यह उठता है कि अभी कुछ दिनों पहले ही मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य भर की सडकों का संधारण और नवीनीकरण का कार्य हुआ है। जिसमें एमसीबी जिले की भी सडकों का भी संधारण और नवीनीकरण हुआ। क्या यह दो सड़कें इस प्रकिया से महरूम रह गईं ? इस आधार पर देखा जा सकता है कि इस संधारण और नवीनीकरण के समयान्तराल में आखिरकार कितनी दिलेरी से इस तरह का गोलमाल कर लिया गया होगा ? अथवा मेजरमेंट में चोरी कर राशि का हेरफेर कर लिया गया ? फिर तो यही कहा जा सकता है कि खग की भाषा खग ही जाने अर्थात ठेकेदार की भाषा इंजीनियर और एसडीओ ही समझ सकते हैं। क्या सडक के घपले के इस शिकायती मामले में कलेक्टर जांच करवा करके कार्यवाही के पश्चात वसूली की कार्यवाही करेंगे ?
पीडब्ल्यूडी कार्यपालन अभियंता से इस मामले में जानकारी लेने पर उन्होने कहा कि मै देख करके बता पाऊंगा। मेरे आने के पहले का है। वह बहुत पहले बना था। रिकार्ड देखकर बता पाऊंगा। अभी दौरे में हूं।