छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
रायपुर 16 अक्टूबर 2022। छत्तीसगढ़ विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। बताया जा रहा है कि मांडवी कांकेर से तड़के रायपुर आ रहे थे तब उन्हें दिल का दौरा पड़ा। इस खबर से राजनीतिक लोगों और प्रदेश में शोक की लहर है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मनोज सिंह मंडावी के आकस्मिक निधन पर गहरा दुख प्रकट किया है। साथ ही छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने भी शोक जताया है। मांडवी का अंतिम संस्कार कांकेर के नथिया नवागांव में किया जाएगा।
विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी के निधन की कलेक्टर पीएस एल्मा ने पुष्टि की है। रविवार सुबह करीब सवा छह बजे मंडावी की अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें धमतरी के एक अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा है कि मंडावी वरिष्ठ आदिवासी नेता थे। उन्होंने नवगठित छत्तीसगढ़ के गृह राज्यमंत्री और विधानसभा के उपाध्यक्ष सहित अनेक महत्वपूर्ण पदों को सुशोभित किया और प्रदेश की सेवा की।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बोले- मनोज मंडावी का निधन अपूरणीय क्षति
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि मंडावी वर्ष 1998 में अविभाजित मध्यप्रदेश विधानसभा के तथा वर्ष 2013 और 2018 में छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए। मंडावी छत्तीसगढ़ आदिवासी विकास परिषद के अध्यक्ष भी रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मनोज सिंह मंडावी आदिवासी समाज के बड़े नेता थे। वे आदिवासियों की समस्याओं को विधानसभा में प्रभावशाली ढंग से रखते थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास में उनके योगदान को सदैव याद रखा जाएगा। उनका निधन हम सबके लिए अपूरणीय क्षति है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी छत्तीसगढ़ ने दी श्रद्धाजंलि
विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी के निधन पर पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम और उनकी पूरी कार्यकारिणी ने शोक जताया है। पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने विनम्र श्रद्धाजंली अर्पित करते हुए कहा कि उनके निधन से कांग्रेस ने असीम संभावनाओं से भरा अपना कर्मठ नेता खो दिया। वे आदिवासी समाज की मजबूत आवाज थे, उनका इस तरह जाना हृदय विदारक है। ईश्वर उनके परिजनों को इस वज्राघात को सहने की शक्ति दें। प्रदेश प्रभारी महामंत्री अमरजीत चावला ने भी गहरा दुख व्यक्त करते हुवे अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।
आदिवासी समाज को अपूर्ण क्षति- मोहन मरकाम
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने मनोज मंडावी के निधन पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि मनोज मंडावी हमारे बीच नहीं रहे मैं मेरे और हमारे पार्टी के तरफ से उन्हें शत-शत नमन करता हूं श्रद्धांजलि देता हूं। आदिवासी समाज को अपूर्ण क्षति हुई है। परिवार जनों को दुख सहने की ईश्वर शक्ति दे।
निष्पक्ष और स्पष्ट वक्ता थे- सत्यनारायण शर्मा
कौशिक बोले- हमने मनोज मंडावी जी को एक कद्दावर आदिवासी नेता के रूप में देखा। उनकी प्राथमिकता थी आदिवासी अंचल का विकास। वे तत्कालीन जोगी कार्यकाल में मंत्री के रूप में बिलासपुर आकर समीक्षा बैठक करते थे। बातचीत होती थी। हमने विधानसभा आसंदी में उन्हें परिपक्व नेता के रूप में देखा है। वे विधानसभा में सभी को सदैव बात रखने का समान अवसर देते रहे। दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम करने वाले मनोज मंडावी जी रहे हैं। मनोज मंडावी आदिवासी संस्कृति के पोषक थे। वे निष्पक्ष और स्पष्ट वक्ता के रूप में थे। उनके काम करने का तरीका जनता से जुड़कर काम करना था वे जमीनी नेता थे। हम उन्हें हमेशा याद करते रहेंगे उनका स्मरण करते रहेंगे
मनोज मंडावी संभावनाओं से परिपूर्ण जननेता थे- अरुण साव
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सांसद अरुण साव ने विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी के निधन पर श्रद्धांजलि देते हुए कहा है कि वे असीम संभावनाओं से परिपूर्ण जननेता थे। उन्होंने राजनीति के क्षेत्र में अपने कार्य और व्यवहार से विशिष्ट स्थान बनाया। वे राज्य के एक जुझारू और जनप्रिय नेता थे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।
मनोज मंडावी कर्मठ जन नेता थे- चंदेल
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी के निधन को राज्य की बड़ी क्षति बताते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। नेता प्रतिपक्ष चंदेल ने कहा कि मनोज मंडावी ने विधानसभा उपाध्यक्ष के रूप में अपने काम और व्यवहार से अमिट छाप छोड़ी है। वे सरल, सहज और जुझारू जननेता थे।