छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
चंडीगढ़ 21 अप्रैल 2022। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंजाब पुलिस के जवानों की ड्यूटी के दौरान मौत होने पर उनके परिजनों को एक करोड़ रुपये एक्सग्रेशिया राशि देने का एलान किया। मुख्यमंत्री बुधवार को पंजाब पुलिस तकनीकी प्लेटफार्म का इस्तेमाल करते हुए पंजाब पुलिस के जवानों और अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक में हिस्सा ले रहे थे। मुख्य सचिव अनिरुद्ध तिवारी, मुख्यमंत्री के एसीएस ए. वेणुप्रसाद, प्रमुख सचिव (गृह) अनुराग वर्मा और डीजीपी वीके भावरा भी इस बैठक में मौजूद थे।
सभी रैंक के 23000 से अधिक पुलिस जवानों को संबोधित करते हुए मान ने उन्हें गैंगस्टरों, नशे, आतंकवाद, अवैध खनन और भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने को कहा। उल्लेखनीय है कि पंजाब पुलिस द्वारा राज्य पुलिस मुख्यालय, सभी जिला पुलिस कार्यालयों, पुलिस स्टेशनों, प्रशिक्षण केंद्रों, विशेष कार्य बल (एसटीएफ) कार्यालय, सांझ केंद्र, विभिन्न सशस्त्र बटालियन और रेलवे पुलिस, खुफिया कार्यालयों में स्थापित 933 वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सभी रैंक के पुलिस कर्मियों ने इस बैठक में भाग लिया। पंजाब में यह पहली बार है कि मुख्यमंत्री ने पुलिस कर्मियों की इतनी विशाल सभा को संबोधित किया है।
पुलिस के कामकाज में कोई हस्तक्षेप नहीं होगा
मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि राज्य में पुलिस के कामकाज में कोई हस्तक्षेप नहीं होगा। उन्होंने पुलिस कर्मियों को पूर्ण व्यावसायिकता, समर्पण और अखंडता के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने पुलिस बल को राज्य में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और कानून तोड़ने वालों के खिलाफ बिना किसी दबाव के विवेकपूर्ण कार्रवाई करने को कहा।
पुलिस कल्याण कोष बढ़ाकर 15 करोड़ किया
पंजाब पुलिस के कल्याण के लिए एक और उल्लेखनीय निर्णय लेते हुए मुख्यमंत्री ने इस वित्तीय वर्ष से पुलिस कल्याण कोष को 10 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 15 करोड़ रुपये करने की भी घोषणा की। उन्होंने पुलिस अधिकारियों और कर्मियों को पंजाब पुलिस को देश के सर्वश्रेष्ठ पुलिस बलों में से एक बनाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने पुलिस बल से राज्य के नागरिकों के साथ अत्यंत ईमानदारी और सम्मान के साथ पेश आने को कहा।