छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
लखनऊ 15 फरवरी 2022। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 9 जिलों की 55 सीटों पर सोमवार को 64 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ, जो पहले राउंड के मुकाबले ज्यादा है। पहले चरण में करीब 60 फीसदी मतदान हुआ था। यही नहीं जिलेवार आंकड़ों को देखें तो कुछ बड़े संकेत भी मिलते हैं। दूसरे राउंड के उन जिलों में ज्यादा वोटिंग दर्ज की गई है, जहां मुस्लिम आबादी अधिक है। यही नहीं बरेली, शाहजहांपुर और बदायूं जैसे उन जिलों में वोटिंग अपेक्षाकृत कम है, जहां मुस्लिम आबादी 25 फीसदी से कम है। ऐसे में यह आंकड़ा भाजपा की चिंताओं को बढ़ा सकता है। वोटिंग प्रतिशत के आधार पर नतीजों को लेकर भले ही स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता है, लेकिन इसे एक रुझान जरूर माना जा सकता है।
अमरोहा में मुस्लिम समुदाय की आबादी 40 फीसदी से ज्यादा है और जिले की 4 सीटों पर सबसे ज्यादा 72 फीसदी मतदान हुआ है। जो पहले राउंड के भी किसी जिले के मुकाबले ज्यादा है। यहां एक और आंकड़े पर ध्यान देने की जरूरत है कि अमरोहा सदर और धौरहरा सीट पर वोटिंग 70 फीसदी रही है। वहीं ग्रामीण और इनके मुकाबले ज्यादा मुस्लिम आबादी वाली सीटों हसनपुर और नौगांव सादात में वोटिंग का प्रतिशत 74 फीसदी के करीब रहा है। दूसरे नंबर पर सहारनपुर जिला रहा है, जहां 70 फीसदी के करीब मतदान हुआ है। यहां मुस्लिम समुदाय की आबादी 42 फीसदी है।
कम मुस्लिम आबादी वाले जिलों में वोटिंग भी डाउन
मुरादाबाद और बिजनौर में 66 फीसदी मतदान हुआ है। ये दोनों जिले भी 40 फीसदी से ज्यादा मुस्लिम आबादी वाले हैं। खासतौर पर मुस्लिम बहुल बूथों पर वोटिंग प्रतिशत ज्यादा रहने की बातें सामने आई हैं। चुनावी विश्लेषकों का मानना है कि इससे मुस्लिम मतदाताओं के एकजुट होने की चर्चा है। इन चर्चाओं को इस बात से भी बल मिलता है कि बरेली, बदायूं, शाहजहांपुर जैसे जिलों में वोटिंग प्रतिशत अपेक्षाकृत कम है, जहां मुस्लिम समुदाय की आबादी 25 फीसदी से कम है। बदायूं और शाहजहांपुर में मतदान का प्रतिशत 59 फीसदी ही रही है, जबकि बरेली में भी 61 फीसदी मतदान हुआ है।