छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
पुणे 29 अक्टूबर 2021। राष्ट्रीय रक्षा अकादमी(एनडीए) ने अपने दरवाजे महिलाओं के लिए खोल दिए हैं। इस साल एनडीए की होने वाली परीक्षा में महिला उम्मीदवार भी भाग ले सकती हैं। इस ऐतिहासिक कदम पर सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने कहा कि एनडीए में महिलाओं के प्रवेश के साथ यह उम्मीद की जाती है कि हम नियमों के अनुसार और पेशेवर तरीके से उनका स्वागत करें। उन्होंने कहा कि, कुछ सालों बाद ऐसा मौका आएगा, जब हम सेना में महिलाओं को अपने बराबर के पदों पर खड़ा देखेंगे।
एनडीए के 141वीं पासिंग आउट परेड की समीक्षा के दौरान उन्होंने कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि 42 साल पहले मैं भी वहीं खड़ा था, जहां इस समय आप हैं। तब मैं सोच भी नहीं सकता था कि एक दिन मैं इस परेड की समीक्षा करूंगा। यहां से सभी कैडेट्स अलग-अलग अकादमियों में जाएंगे। अलग-अलग वर्दी पहनेंगे, लेकिन हमें हमेशा याद रखना होगा कोई भी सैन्य बल न तो अकेले लड़ सकता है और नही युद्ध को जीत सकता है।
पुरुषों की तरह ही होगी महिलाओं का प्रशिक्षण
सेना प्रमुख ने कहा कि महिलाओं की ट्रेनिंग के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर थोड़ा अलग जरूर होगा, लेकिन उन्हें वही ट्रेनिंग दी जाएगी जो एक पुरुष कैडेट को दी जाती। उन्होंने कहाकि आधुनिकता और रक्षा प्रशिक्षण के बाद हम 40 साल बाद महिलाओं को अपनी स्थिति में देखेंगे।
न्यायालय के आदेश के बाद खुले महिलाओं के लिए दरवाजे
पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट ने रक्षा मंत्रालय ने बताया कि महिला उम्मीदवारों को अगले साल से एनडीए परीक्षा देने की अनुमति दी जाएगी। सुप्रीम कोर्ट ने इस पर आपत्ति जताते हुए आदेश दिया था कि महिलाओं के एनडीए में प्रवेश को एक और साल तक टाला नहीं जा सकता। उन्हें नवंबर से ही परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाए।