छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
श्रीनगर 07 अप्रैल 2024। जम्मू-कश्मीर में गुपकार अलायंस अब पूरी तरह ख़त्म हो गया है. 2019 में बने गुपकार गठबंधन के 2 प्रमुख दल नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी कश्मीर की तीन लोकसभा सीटों पर अपने-अपने उम्मीदवार उतार रहे हैं. इसी क्रम में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) ने फ़ैसला लिया है कि अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट से पार्टी की प्रमुख और पूर्व सीएम महबूबा मुफ़्ती चुनाव लड़ेंगी।
महबूबा मुफ़्ती पहले भी अनंतनाग से सांसद रह चुकी हैं. जम्मू-कश्मीर के एक और पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस से निकले नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद भी अनंतनाग लोकसभा सीट से ही चुनाव लड़ रहे हैं. PDP ने श्रीनगर से युवा नेता मोहम्मद वहीद पारा और बारामूला से बयाज अहमद भट्ट को चुनाव लड़ाने का फ़ैसला किया है. अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट से ही नेशनल कॉन्फ्रेंस ने मियां अल्ताफ़ को चुनावी मैदान में उतारने का फैसला किया है।
नेशनल कॉन्फ़्रेन्स को दिखाएंगे ताक़तः मुफ्ती
महबूबा मुफ़्ती ने कहा कि उन्हें दुख इस बात का है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने उनसे बिना किसी सलाह के अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. इससे पीडीपी के कार्यकर्ता काफी निराश हैं. यही कारण है कि हम नेशनल कॉन्फ़्रेन्स को अपनी ताक़त दिखाएंगे. महबूबा मुफ़्ती ने अनंतनाग और राजौरी पुंछ के लोगों से कहा कि वह पीडीपी को मजबूत करें और जम्मू-कश्मीर के मुद्दों को लोकसभा में उठाने का अवसर दें।
PDP ने तीन सीटों पर उतारे कैंडिडेट
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने रविवार को घाटी में तीन सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की है. पीडीपी संसदीय बोर्ड के प्रमुख सरताज मदनी ने कहा कि पार्टी की युवा शाखा के अध्यक्ष वहीद पारा श्रीनगर से और पूर्व राज्यसभा सदस्य मीर फयाज बारामूला से चुनाव लड़ेंगे. महबूबा मुफ्ती और सरताज मदनी ने संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के उम्मीदवारों की घोषणा की. उन्होंने कहा कि पीडीपी जम्मू क्षेत्र की 2 सीटों उधमपुर और जम्मू पर कांग्रेस का समर्थन करेगी।
महबूबा ने साधा फारूक पर निशाना
मुफ्ती ने कहा कि उन्होंने (नेशनल कॉन्फ्रेंस) हमारे लिए उम्मीदवार खड़ा करने और चुनाव लड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं छोड़ा है. उन्होंने कहा कि जब इंडिया ब्लॉक की बैठक मुंबई में हुई तो मैंने वहां कहा था कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला हमारे वरिष्ठ नेता हैं, वह सीट-बंटवारे पर निर्णय लेंगे और न्याय करेंगे. मुझे उम्मीद थी कि वह पार्टी हितों को एक तरफ रख देंगे।