पीड़िता के परिवार को पुलिस ने घर में किया कैद
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
हाथरस 2 अक्टूबर 2020। उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले गैंगरेप का शिकार हुई बिटिया का परिवार दहशत में है। पुलिस ने बिटिया के घर की घेराबंदी कर रखी है. किसी को निकलने नहीं दिया जा रहा है. आज उसका एक भाई खेतों के रास्ते पुलिसकर्मियों की नजर से बचते हुए जैसे तैसे गांव के बाहर मीडियाकर्मियों के पास आया और उसने पुलिस की बर्बरता बताई।
पीड़िता के भाई ने बताया कि हमारे परिवार को डराया धमकाया जा रहा है. उसने बताया कि उसकी भाभी मीडिया से मिलना चाहती है और कल डीएम ने उसके ताऊ की छाती पर लात मारी थी। वह बात कर रहा था कि इसी बीच पुलिसवालों की नजर उस पर पड़ गई और वह वहां से खेत के रास्ते डरते भागते हुए घर निकल गया।
पीड़िता के भाई ने कहा कि कुछ नहीं हो रहा है. फोन ले लिया गया है. किसी को निकलने नहीं दे रहे हैं। घरवालों ने मुझसे कहा कि आप लोगों (मीडिया) को बुला लाऊं, बात करना चाहते हैं. मैं यहां छिपकर आया हूं. आने नहीं दे रहे हैं. हमारे ताऊ भी आ रहे थे। कल डीएम ने उनकी छाती पर लात मारा, फिर वह बेहोश हो गए थे. फिर कमरे में बंद कर दिया गया था।
जब मीडिया वालों ने उस पुलिस अधिकारी से पूछा कि आखिर हमें परिवार के सदस्यों से बात करने से क्यों रोका जा रहा है तो उन्होंने चुप्पी साध ली। इसके बाद मीडिया कर्मियों और पुलिस के बीच बाताबाती भी हुई।
इस पूरे प्रकरण पर यूपी कांग्रेस ने ट्वीट कर राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा है। यूपी कांग्रेस ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘योगी जी का मॉडल देखिए। मीडिया गांव के अंदर नहीं जा सकती। परिजन फोन का इस्तेमाल नहीं कर सकते। परिवार वाले किसी से नहीं मिल सकते। तब तक योगी जी के अधिकारी बना देंगे कि रेप हुआ ही नहीं।’