
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 25 सितंबर 2020। बिहार में चुनावी महासंग्राम का आगाज हो गया है, इस बार तीन चरण में चुनाव होंगे और दस नवंबर को नतीजे आएंगे. एक बार फिर मुकाबला नीतीश कुमार की अगुवाई में एनडीए बनाम तेजस्वी की अगुवाई में महागठबंधन के बीच है.
बिहार में तीन चरणों में मतदान, 10 नवंबर को नतीजे
पहले चरण यानी 28 अक्टूबर को 16 जिलों की 71 सीटों पर वोटिंग होगी. इसमें अधिकतर नक्सल प्रभावित जिले हैं. इसका नोटिफिकेशन 1 अक्टूबर को जारी होगा और नामांकन की अंतिम तारीख 8 अक्टूबर होगी. 12 अक्टूबर तक नामांकन वापस लिया जा सकेगा. दूसरे चरण यानी 3 नवंबर को 17 जिलों की 94 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी.
दूसरे चरण का नोटिफिकेशन 9 अक्टूबर को जारी होगा और नामांकन की अंतिम तारीख 16 अक्टूबर होगी. 19 अक्टूबर तक नामांकन वापस लिया जा सकेगा. तीसरे चरण यानी 7 नवंबर को 78 सीटों पर मतदान होगा. इसका नोटिफिकेशन 13 अक्टूबर को जारी होगा और नामांकन की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर होगी. 23 अक्टूबर तक नामांकन वापस लिया जा सकेगा.
कोरोना पीड़ित डाल सकेंगे वोट
मतदान के अंतिम समय में कोरोना पीड़ित अपना वोट डाल सकेंगे, जिनके लिए अलग व्यवस्था होगी. प्रचार मूल रूप से वर्चुअल ही होगा, लेकिन डीएम छोटी रैली की जगह और वक्त तय करेंगे. हर पोलिंग बूथ पर साबुन, सैनिटाइजर समेत अन्य चीजों की व्यवस्था की जाएगी.
एक घंटा अधिक होगी वोटिंग
इस बार वोट डालने के लिए एक घंटा अधिक वक्त रखा गया है, सुबह सात से शाम 6 बजे तक मतदान होगा. लेकिन नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में ऐसा नहीं होगा. डूर टू डूर कैंपेन में सिर्फ पांच लोग ही जा सकेंगे. इस बार नामांकन और हलफनामा ऑनलाइन भी भरा जाएगा, डिपोजिट को भी ऑनलाइन सबमिट किया जा सकेगा. नामांकन के वक्त उम्मीदवार के साथ सिर्फ दो लोग मौजूद रहेंगे. प्रचार के दौरान किसी से हाथ मिलाने की इजाजत नहीं होगी.
बिहार चुनाव: मास्क, सैनिटाइजर, पीपीई किट का होगा इस्तेमाल
बिहार में कुल 243 सीटों पर चुनाव होगा, राज्य में 29 नवंबर तक विधानसभा का कार्यकाल है. इस बार पोलिंग स्टेशन की संख्या और मैनपावर को बढ़ाया गया है. बिहार में 2020 के चुनाव में सात करोड़ से अधिक वोटर मतदान करेंगे. इस बार एक बूथ पर सिर्फ एक हजार ही मतदाता होंगे.
इस बार चुनाव में 6 लाख पीपीई किट राज्य चुनाव आयोग को दी जाएंगी, 46 लाख मास्क का इस्तेमाल भी होगा. सात लाख हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल किया जाएगा, साथ ही 6 लाख फेस शील्ड को उपयोग में लाया जाएगा. 18 लाख से अधिक प्रवासी मजदूर हैं, इनमें से 16 लाख वोट डाल सकते हैं. 80 साल की उम्र तक के लोग पोस्टल बैलेट से वोट डाल पाएंगे.