छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
बिलासपुर 04 जून 2023। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ ही प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा बस्तर संभाग पर ज्यादा जोर दे रही है। पिछली विधानसभा में कमजोर प्रदर्शन के चलते कांग्रेस का ध्यान बिलासपुर संभाग पर भी है। यही वजह है कि बस्तर के बाद बिलासपुर में संभागीय सम्मलेन किया जा रहा है। 7 जून को होने वाले इस आयोजन की तैयारी जोरों से चल रही है। शनिवार को जिले के प्रभारी एवं राजस्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल ने कांग्रेस नेताओं की मैराथन बैठक ली।
कांग्रेस अपने मिशन 2023 में इस बार उन सीटों पर फोकस कर रही है। जहां पिछली बार विधानसभा में हार मिली थी। कांग्रेस संगठन के साथ खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी ऐसे सीटों पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। जहां कांग्रेस के विधायक नहीं है। यही वजह है कि बिलासपुर जिले में भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान उन्होंने भाजपा विधायकों वाले क्षेत्र को चुना था। दूसरी तरफ कांग्रेस आदिवासी बाहुल्य सीटों पर भी पूरा ध्यान फोकस कर रही है।
हालांकि, इसमें भाजपा भी पीछे नहीं है। पिछले चुनाव में बस्तर की 12 विधानसभा सीटें कांग्रेस अपने कब्जे में रखने के फिराक में है। यही वजह है कि संभागीय सम्मेलन के लिए पहले स्थान पर बस्तर को रखा गया तो वहीं भाजपा उन सीटों पर सेंध लगाने की कोशिश में जुटी हुई है और संगठन प्रभारी ओम माथुर लगातार उस इलाके का दौरा कर रहे हैं।
सीएम बघेल के साथ संगठन की है नजर
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के साथ ही संगठन के बड़े नेताओं का ध्यान विधानसभा चुनाव 2023 में बिल्हा, बेलतरा, मस्तूरी और कोटा क्षेत्र पर है। यही वजह है कि प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित संगठन के नेताओं ने इन इलाकों का दौरा किया था। भूपेश बघेल भी बीच-बीच में इन चारों सीटों की रिपोर्ट मंगाते रहे हैं। साथ ही जिले के 2 सिटिंग विधायकों की प्रोग्रेस रिपोर्ट भी कार्यकर्ताओं से पूछते रहते हैं। ताकि जो हाथ में है वह तो बना रहे। और विजयी सीटों का आंकड़ा भी बढ़े।
सात जून को है सम्मेलन, प्रभारी मंत्री ने ली तैयारी बैठक
कांग्रेस का संभागीय सम्मेलन 7 जून को आयोजित है। तारीख तय होने के साथ ही कांग्रेस नेताओं ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। सम्मेलन में मुख्यमंत्री, प्रदेश प्रभारी कुमारी सेलजा, पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम, सह प्रभारी चंदन यादव, विजय जांगिड़ के साथ ही मंत्रिमंडल के सदस्य, राष्ट्रीय और प्रदेश संगठन के पदाधिकारी समेत निर्वाचित जन प्रतिनिधि शामिल होंगे। इसके साथ ही सम्मेलन में रायगढ़, जांजगीर चाम्पा, कोरबा, बिलासपुर, मुंगेली, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, सक्ती और सारंगढ़ जिले के कांग्रेस नेता शामिल होंगे।
प्रभारी मंत्री ने सिखाया अनुशासन का पाठ
पिछली बार बूथ प्रबंध सम्मेलन में गुटबाजी सामने आई थी और निगम, मंडल के पदाधिकारियों ने नाराजगी जताई थी, उसी तरह संभागीय सम्मेलन में नहीं जाने का मौका मिला तो कई नेता नाराज होंगे। शनिवार को हुई तैयारी बैठक में राजस्व मंत्री जय सिंह ने आयोजन को सफलतापूर्वक और अनुशासित रूप से आयोजित करने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम सिम्स ऑडिटोरियम में होना है। इसलिए सावधानी और अनुशासन के साथ कार्यक्रम को सम्पादित करना है, जिसमें आवागमन पर विशेष ध्यान देना होगा।