छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
जम्मू 06 मई 2023। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती जिलों- राजौरी और पुंछ में सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया। इन जिलों में आतंकवादियों द्वारा अक्टूबर 2021 से लेकर अब तक किए गए आठ हमलों में 26 सैनिकों सहित कुल 35 लोगों की जान गई है। राजनाथ ने राजौरी जिले के कांडी वन क्षेत्र में शुक्रवार को सेना के आतंकवाद-विरोधी अभियान के दौरान आतंकवादियों द्वारा किए गए विस्फोट में पांच जवानों के शहीद होने के एक दिन बाद इलाके का दौरा किया।
अधिकारियों ने बताया कि राजनाथ कुछ देर जम्मू में रुके और फिर सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे व जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ राजौरी में ‘एस ऑफ स्पेड्स डिवीजन’ मुख्यालय पहुंचे। इस दौरान, उन्होंने आतंकवादियों के खिलाफ अभियान में शामिल सैनिकों से संवाद भी किया। राजौरी जिले के कांडी वन क्षेत्र में शुक्रवार को सेना के आतंकवाद-विरोधी अभियान ‘ऑपरेशन त्रिनेत्र’ के दौरान आतंकवादियों द्वारा किए गए विस्फोट में पांच जवान शहीद हो गए थे और एक शीर्ष अधिकारी घायल हो गया था। शनिवार सुबह अभियान के दौरान क्षेत्र में छिपे हुए एक आतंकवादी के मारे जाने और एक अन्य के घायल होने की खबर है।
अधिकारियों के मुताबिक, जनरल मनोज पांडे रक्षा मंत्री से कुछ देर पहले दिल्ली से जम्मू पहुंचे। उन्होंने बताया कि उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, व्हाइट नाइट कॉर्प्स के कॉर्प्स कमांडर और जम्मू के मंडल आयुक्त ने भी राजनाथ के साथ राजौरी का दौरा किया। अधिकारियों के अनुसार, जम्मू लौटने से पहले रक्षा मंत्री को कांडी वन क्षेत्र में चलाए जा रहे अभियान के बारे में जानकारी दी गई, जिसके बाद उन्होंने जम्मू-कश्मीर, खासकर राजौरी और पुंछ में समग्र सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च-स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इससे पहले, उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने मुठभेड़ स्थल का दौरा किया। इस दौरान, उन्हें कमांडरों द्वारा चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन त्रिनेत्र’ के ताजा घटनाक्रमों की जानकारी दी गई। जम्मू के राजौरी और पुंछ को एक दशक से अधिक समय पहले आतंकवाद-मुक्त घोषित कर दिया गया था। हालांकि, पिछले 18 महीनों में इन दोनों ही जिलों में कई आतंकवादी हमले हुए हैं।
कांडी वन क्षेत्र में शुक्रवार को सुरक्षाबलों पर हुआ हमला इस साल केंद्र-शासित प्रदेश में हुआ तीसरा बड़ा आतंकवादी हमला था। यह हमला ऐसे समय में हुआ था, जब पुंछ के भाटा धुरियां में सेना के एक ट्रक पर घात लगाकर किए गए हमले के बाद सुरक्षाबल पिछले 15 दिनों से क्षेत्र में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चला रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार, तलाशी अभियान के दौरान 250 से अधिक लोगों को वारदात के सिलसिले में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। उन्होंने बताया कि इस दौरान आतंकवादियों का सहयोग करने वाले छह सक्रिय कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी किया गया है।