छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
पटना 17 अप्रैल 2023। बिहार में जहरीली शराब से मरने वाले लोगों को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने सोमवार को ऐलान किया कि जहरीली शराब से मरने वाले लोगों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की मदद दी जाएगी। यह फैसला 2016 से लागू किया जाएगा। इस तरह सैकड़ों लोगों के परिजनों को सरकार बड़ी राहत देगी। बता दें कि अब तक नीतीश कुमार ऐसी किसी भी राहत के खिलाफ थे और उन्होंने यहां तक कहा था कि जो पिएगा, वह मरेगा। उनकी इस टिप्पणी की तीखी आलोचना भी हुई थी, लेकिन अब नीतीश कुमार का रुख बदला नजर आ रहा है। छपरा के बाद मोतिहारी में शराब पीकर होने वाली मौत पर सीएम ने परिजनों को मदद देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराब पीने से बड़ी संख्या में हुई मौतों पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि चीफ सेक्रेटरी और अधिकारियों को रिपोर्ट बनाने का आदेश दे दिया गया है। रिपोर्ट के आधार पर प्रभावित परिवारों को मदद दी जाएगी। 2016 के बाद से सरकार शराब पीकर जितने लोगों की मौत हो गई है उन सभी के परिजनों को सरकार मदद करेगी।
क्या लिखकर देना होगा, जानिए
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वह शराबबंदी के बावजूद इन खबरों से परेशान हैं। परेशानी की वजह वह परिवार भी हैं, जिनके लोगों ने जहरीली शराब कांड में जान गंवाई। शराबबंदी लागू किए जाने के बाद से अबतक जो लोग भी जहरीली शराब के कारण मरे हैं, उनके परिजनों को सिर्फ एक पेपर पर यह घोषणा करनी होगी कि वह शराब के खिलाफ और शराबबंदी के पक्ष में हैं, इसे बुरा मानते हैं और परिवार के फलां सदस्य के शराब पीकर मरने के बाद परिवार आर्थिक संकट से गुजर रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को यह घोषणा की। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वह शराबबंदी के खिलाफ हैं और रहेंगे। उन्होंने कहा कि वह शराब रोकने के लिए हर तरीके का प्रयास कर रहे हैं लेकिन फिर भी लोग पी रहे हैं और जहरीली शराब से लोग मर भी रहे हैं। इसलिए, जहरीली शराब पीकर मरने वालों के परिवारों के लिए सरकार ने यह फैसला लिया है।
मुख्यमंत्री राहत कोष से 4 लाख की मदद
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि महिलाओं की मांग पर हमने 2016 बिहार में शराबबंदी की घोषणा की थी। इसके बाद लगातार शराब के खिलाफ अभियान भी चलाया गया। इसके बाद कई लोग शराब छोड़ते गए। इधर, कुछ दिन पहले और 2021 में, 2022 में और फिर 2 दिन पहले मोतिहारी घटना हुई कि जहरीली शराब से कई लोगों की मौत हुई। यह बहुत दुखद है। मैं लगातार कहता था कि शराब नहीं पीना चाहिए। अच्छी चीज नहीं है। इधर, दो दिन पहले जो मैं देखा तो मुझे बहुत दुख हुआ। इसके बाद अधिकारियों के साथ बैठक की। विचार-विमर्श किया। इसके बाद फैसला किया कि मुख्यमंत्री राहत कोष से पीड़ित परिवार को 4 लाख का मुआवजा दिया जाए। इसके लिए पीड़ित परिवार को कागज पर लिखकर देना होगा कि परिवार के सदस्य की मौत जहरीली शराब हो गई। हमलोग शराबबंदी के पक्ष में हैं। हमलोगों सभी को शराब छोड़ने के लिए प्रेरित करेंगे, ऐसा लिखकर देने के बाद बिहार सरकार उसे मदद करेगी।