छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 17 फरवरी 2023। भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन टीम के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक रहे हैं। 37 साल के धवन का अंतरराष्ट्रीय करियर लगभग खत्म हो चुका है, लेकिन आईसीसी टूर्नामेंट में उन्होंने भारत के लिए कई यादगार पारियां खेली हैं। वनडे और टी20 में उन्होंने रोहित शर्मा के साथ मिलकर कई रिकॉर्ड बनाए। धवन उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक हैं, जो धोनी और कोहली की कप्तानी में खेले हैं। धवन ने रोहित शर्मा को भारतीय टीम का कप्तान बनते भी देखा और उनकी गैरमौजूदगी में टीम की कमान भी संभाली। अब धवन ने एक मीडिया हाउस से बातचीत में धोनी और कोहली की कप्तानी के बारे में बताया है और कोहली के साथ अपने रिश्ते पर भी खुलकर बात की। धोनी एकमात्र कप्तान हैं, जिन्होंने टी20 विश्व कप, वनडे विश्व कप और चैपियंस ट्रॉफी जीती है, जबकि कोहली भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान हैं। हालांकि, दोनों की कप्तानी का अंदाज काफी अलग था। धवन ने इस बारे में अपने अनुभव साझा किए। धवन ने बताया कि कोहली केवल 16 या 17 साल के थे, जब उन्होंने दिल्ली के लिए रणजी ट्रॉफी में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी। धवन ने देखा कि युवा कोहली में उस समय काफी आत्मविश्वास था।
धवन से पूछा गया कि कोहली के कप्तान बनने के बाद उनके रिश्ते कैसे बदले तो उन्होंने कहा “अगर इगो पर ले लोगे तो टसल आएगी ही आएगी। ये तो इगो की बात आ गई ना।” धवन ने बताया कि अगर मैं यह सोचता रहा कि मैं सीनियर हूं और मैं उनके नीचे खेल रहा हूं। तब इगो होगा। मेरे लिए यह सब छोटी सोच है और इसकी कोई आवश्यकता नहीं है। यह किसी काम का नहीं है। विराट मेरा अच्छा दोस्त है। हमारी अच्छी बनती है और हम हमेशा मजाक करते रहते हैं। वह टीम इंडिया में एक सीनियर खिलाड़ी है। मैं उसकी टांग खींच सकता हूं, युवा खिलाड़ी ऐसा नहीं कर सकते। वह एक बड़ा खिलाड़ी है।”
धोनी और विराट की कप्तानी पर धवन ने कहा “सभी अलग-अलग तरह के खिलाड़ी हैं। धोनी बेहद शांत स्वभाव के हैं। वह हमेशा अपने खिलाड़ियों का समर्थन करते थे। धोनी का शांत व्यक्तित्व है। वह दबाव की स्थिति में शांत रहते थे। ऐसा नहीं है कि वह स्टंप्स के पीछे से ही खेल को पढ़ सकते हैं। एक खिलाड़ी जो खेल की अच्छी समझ रखता है, वह मैदान पर किसी भी जगह से मैच को पढ़ सकता है। यही उस व्यक्ति की बुद्धिमानी है। विराट की बात करें तो उनका किरदार अलग है। वह हमेशा आक्रामक बल्लेबाज रहे हैं। उन्हें आक्रामकता दिखाने का भी शौक है। इसलिए वह उस चरित्र के कप्तान रहे हैं।
वनडे और टी20 में सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक धवन ने 2013 में टीम इंडिया में दमदार वापसी की थी और लगभग एक दशक तक टीम के साथ जुड़े रहे। 2021 में उन्होंने भारत की कप्तानी भी की और 2022 में भी वह टीम इंडिया के कप्तान रहे। हालांकि, अब युवा खिलाड़ियों को मौका देने के लिए धवन को टीम से बाहर कर दिया गया है। धवन ने भारत के लिए वनडे में 6,793 रन बनाए हैं। वहीं 68 टी20 में 1759 रन बनाए हैं। पंजाब किंग्स के कप्तान धवन ने देश के लिए 34 टेस्ट मैच भी खेले हैं।