छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
रायपुर 28 सितंबर 2022। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शराबबंदी को लेकर भाजपा महिला मोर्चा द्वारा किए जा रहे आंदोलन पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि पहले महिला मोर्चा की कार्यकर्ता रमन सिंह से पूछ लें कि उन्होंने शराबबंदी क्यों नहीं की. रमन सिंह ने कहा था कि सरकार चली जाए, लेकिन शराबबंदी करेंगे. रमन सिंह ने जो वादें किए थे, वो 15 साल में पूरे क्यों नहीं किए. महिला मोर्चा को पहले रमन सिंह से हिसाब मांगना चाहिए। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से चर्चा में मोहन भागवत के मस्जिद और मदरसा जाने पर कहा कि मोहन भागवत और संघ पर भारत जोड़ो यात्रा का असर है. मस्जिद और मजार दोनों जगह गए. अभी तो तीन सप्ताह ही यात्रा को हुआ. जैसे-जैसे कारवां बढ़ते जाएगा असर और दिखेगा. देश में बहुत से परिवर्तन दिखाई देंगे। वहीं रुपए की कीमत में आ रही गिरावट पर मुख्यमंत्री ने रुपए की तुलना पीएम मोदी की उम्र से करते हुए कहा कि जैसे-जैसे पीएम मोदी की आयु बढ़ रही है, रुपया गिरते जा रहा है. रुपया का इस तरह गिरावट ठीक नहीं है. ईडी-आईटी की कार्रवाई को लेकर कहा कि भारत की जांच एजेंसियां छत्तीसगढ़ आए स्वागत है. लेकिन किसी को परेशान करने की नीयत से कार्रवाई न करें. व्यापारियों की ओर से ऐसी बातें कही जा रही है. एजेंसियां अपने अधिकारों का दुरुपयोग न करें।
उन्होंने कहा कि हमने व्यापारियों से कहा कि अगर कहीं से कोई परेशान करे, तो शिकायत करें. छत्तीसगढ़ पुलिस शिकायतों पर कार्रवाई करेगी. सेंट्रल एजेंसियां अपने उद्देश्यों से भटक गई हैं. चिटफंड मामले में ईडी क्यों कार्रवाई नहीं कर रही है? सेंट्रल एजेंसियां रिमोट की तरह काम कर रही हैं। आदिवासी आरक्षण को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि जिसका जो हक है वो मिलना चाहिए. आदिवासी समाज के लोगों ने मुलाकात की थी. मैंने आदिवासी समाज को भरोसा दिया, सरकार उनके साथ है. आदिवासी के साथ-साथ एससी वर्ग, ओबीसी वर्ग, ईडब्लूएस सबको आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए. हाईकोर्ट के फैसले को सरकार सुप्रीम कोर्ट जा रही है. हमने देश के तीन नामी वरिष्ठ वकीलों को लगाया है. सरकार मजबूती से अपना पक्ष रखेगी।
भाजपा अध्यक्ष के एक्सटेंशन पर फिर उठाया सवाल
मुख्यमंत्री ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को दूसरा कार्यकाल मिलने पर फिर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा, कांग्रेस संगठन में चुनाव चल रहा है। 30 सितम्बर तक नामांकन होना है। कौन-कौन मैदान में रहेंगे नहीं रहेंगे यह 30 तारीख तक स्पष्ट हो जाएगा। अब भाजपा के लोग बताएं कि उनके अध्यक्ष का चुनाव कैसे हो गया। कोई नामांकन नहीं, कोई प्रत्याशी नहीं, काेई दावेदार नहीं, कोई हलचल नहीं, कोई चर्चा नहीं और अध्यक्ष बन गए। दो आदमी ने बना दिया।