छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
मोहाली 18 जनवरी 2022। पंजाब विधानसभा चुनाव में 48 साल के सांसद भगवंत मान आम आदमी पार्टी का सीएम चेहरा होंगे। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मोहाली में इसका एलान किया। उन्होंने कहा कि 22 लाख लोगों ने मान के पक्ष में राय दी है। इसके बाद कुछ लोगों ने नवजोत सिद्धू का नाम भी लिया था। इस दौरान भगवंत मान की माता हरपाल कौर और उनकी बहन भी मौजूद रहीं। मंगलवार दोपहर में केजरीवाल के एलान से पहले ही पूरे शहर में भगवंत मान के पोस्टर लग गए थे। नाम की घोषणा के बाद मंच पर केजरीवाल ने भगवंत मान को गले लगाया। भगवंत मान ने मंच पर आते पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल के बारे में कहा कि एंटी करप्शन के आंदोलन से एक पार्टी बनाई है। जिसने देश की दिशा और राजनीति बदल दी है। उन्होंने कहा कि मेरे पंजाब को खुशहाल बना दो, भले ही मेरी ड्यूटी चौराहे पर लगा दो। उन्होंने कहा कि जिंदगी में इतना बड़ा बदलाव कभी सोचा नहीं था। जब वह लोगों से मिलते हैं तो लोग रो देते हैं। उनका कहना है कि लोग कहते है कि हमें बचा लो। देश के पूर्व राष्ट्रपति का जिक्र करते हुए कहा कि सपने वह नहीं होते हैं जो हमें नींद में आते हैं, सपने वह होते जो हमें सोने नहीं देते हैं। पंजाब को खुशहाल बनाने सपना हमें सोने नहीं देता।
उन्होंने कहा कि स्टूडेंटस से लेकर व्यापारी तक को खुशहाल बनाने का उनका सपना है। जो जिम्मेदारी सौंपी गई वह इसको अच्छी तरह निभाएंगे। उन्होंने कहा कि अगर हरा पैन उनके हाथ में आया तो आम लोगों के हक में चलेगा। उन्होंने कहा कि पहला सफर है कि सरकार बनाएंगे। उन्होंने कवि सुरजीत पातर की एक कविता की दो लाइनों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पंजाब खुशहाल बनेगा। उन्होंने कहा कि लंदन व कैलिफोर्निया का सपना देख चुके है। सानू साड्डा पंजाब मोड दे हो।
राघव चड्ढा ने दी बधाई
पार्टी के सहप्रभारी राघव चड्ढा ने भगवंत मान को सीएम घोषित किए जाने पर बधाई दी। इसके बाद उन्होंने मंच से साडा सीएम भगवंत मान नारा लगाया। इसके बाद भगवंत मान के जीवन से जुड़ा एक वीडियो भी मंच पर चलाया गया। इसमें उनके परिजनों, रिश्तेदारों व आम लोगों की राय को शामिल किया गया। भगवंत मान की बहन मनजीत कौर ने कहा कि वह खुशनसीब समझती हूं कि मेरे भाई को इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने कहा कि आम घर पैदा हुए है। सुख दुख सब कुछ देखा है। उन्होंने कहा कि 20 साल के कॉमेडी के करियर में भी लोगों के मुद्दों को उठाया था। उन्होंने बताया कि वह लोगों को दिल से खुश करना चाहते थे। उन्होंने कहा कि उनके परिवार से किसी ने चुनाव नहीं लड़ा था। उन्होंने बताया कि वह पटियाला के एक निजी स्कूल में काम करती हैं। उनके स्कूल तो मोती महल के बिल्कुल पास है लेकिन वहां पर कोई दिन नहीं जाता, जहां पर लाठीचार्ज नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि मैं वायदा करती कि यह लड़ाई जब जीतेंगे तो मेरा भाई सबके चेहरे पर मुस्कान लेकर आएगा। क्योंकि मेरे भाई ने रंगला पंजाब बनाने का जो सपना देखा है, उसके लिए सहयोग की जरूरत है।